हिन्दीसंवाद न्यूज़ उत्तर-प्रदेश, उत्तराखंड


Varanasi: 'वणक्कम' और 'हर हर महादेव' के जयघोष से गूंज रही काशी, आज मिटेगी उत्तर-दक्षिण की दूरियां


रामेश्वर की भूमि से आने वाले मेहमानों के स्वागत के लिए राज राजेस्वर की धरती सज कर तैयार हो गई है. मिनी इंडिया कहे जाने वाले वाराणसी में दक्षिण और उत्तर भारत का भेद मिटने को तैयार है.


प्रीतम प्र. शुक्ला/वाराणसी:

 रामेश्वर की भूमि से आने वाले मेहमानों के स्वागत के लिए राज राजेस्वर की धरती सज कर तैयार हो गई है. मिनी इंडिया कहे जाने वाले वाराणसी में दक्षिण और उत्तर भारत का भेद मिटने को तैयार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में काशी तमिल संगमम् का उद्घाटन शनिवार को करेंगे. काशी की जनता ने तमिलनाडु से आने वाले मेहमानों के स्वागत की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है.


काशी नगरी में भी तमिल संगमम् को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है. श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर सहित वाराणसी के घाटों पर सजावट और तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है. बनारस में काशी तमिल संगमम् का क्रेज इस बात से भी पता चल रहा है कि लोग यहां के पारंपरिक अभिवादन 'हर हर महादेव' के साथ ही तमिल के 'वणक्कम' (प्रणाम) का भी संबोधन कर रहे हैं.


पीएम दोपहर दो बजे तक पहुंचेंगे वाराणसी 


आपको बता दें कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शनिवार को दोपहर दो बजे वाराणसी पहुंचेंगे. एक महीने तक चलने वाले काशी तमिल संगमम् का शुभारंभ करने के साथ ही प्रधानमंत्री तिरुक्कुरल और काशी-तमिल संस्कृति पर लिखी गई पुस्तकों का लोकार्पण करेंगे. पीएम तमिलनाडु के मठ मंदिरों के आदिनम (महंतों) का सम्मान कर उनका आशीर्वाद लेंगे. इस दौरान पीएम तमिलनाडु से आए 200 से अधिक विद्यार्थियों से संवाद भी कर सकते हैं. इस मौके पर प्रधानमंत्री का सम्बोधन भी होगा. पीएम तकरीबन दो घंटे का समय काशी में बिताएंगे. 


दरअसल, एक महीने तक चलने वाले संगमम में तमिल साहित्य, शिक्षा, संस्कृति, खानपान का भी प्रदर्शन होगा. तमिलनाडु से आने वाले मेहमान काशी का भ्रमण करेंगे. इसके बाद उनका अयोध्या और प्रयागराज जाने का भी कार्यक्रम है.


आर्टिजन जीआई उत्पादों का करेंगे प्रदर्शन 


आपको बता दें कि आगामी 16 दिसम्बर तक चलने वाले काशी तमिल संगमम् में कुल 75 स्टाल लगाए गए हैं, जो कृषि, संस्कृति, साहित्य, संगीत, खानपान, हैंडलूम और हेंडीक्राफ्ट, लोककला के माध्यम से दक्षिण भारत और उत्तर भारत के बीच सेतु का काम करेंगे. इन उत्पादों में तमिलनाडु के जीआई और ओडीओपी उत्पाद भी शामिल हैं. काशी के भी कुछ आर्टिजन जीआई उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे.


वाराणसी में है सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम


दरअसल, इस पूरे आयोजन को लेकर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं. इसके अलावा काशी तमिल संगमम में भाग लेने के लिए आने वाले लोगों या उससे जुड़े किसी भी व्यक्ति की समस्या के समाधान लिए प्रशासन ने कंट्रोल रूम का नंबर जारी किया गया है. इसके लिए नंबर 0542-2508550 और 9140037137 जारी किया है.

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने