भू माफियाओं ने चकमार्ग पर किया अतिक्रमण, पीड़ित न्याय के लिए विभागों का काट रहा है चक्कर


          गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरों 
अंबेडकरनगर। दबंगों ने चक मार्ग को पाटकर कब्जा कर लिया है मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल और जनपद के आला अधिकारियों से शिकायत होने के बावजूद भी चक मार्ग को खाली नहीं कराया गया। 
आपको बता दें कि विकासखंड कटेहरी के अंतर्गत ग्राम पंचायत खजूरडीह में दबंग पेशेवर भू-माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि चकमार्ग संख्या 486 एवं  484 पर अजय यादव पुत्र गंगादीन निवासी खजूरडीह के द्वारा तीसरी बार अतिक्रमण किया गया हैं। शिकायतकर्ता कुलदीप यादव पुत्र रामराज का कहना है कि चक मार्ग पर भू माफियाओं द्वारा वर्ष 2002 और 2003 में दो बार अतिक्रमण किया गया था। उसी समय राजस्व एवं आपदा विभाग तथा थाना बेवाना एस ओ द्वारा अतिक्रमण भी मुक्त कराया गया था। 
फिर भी इनकी दबंगई इतनी प्रबल है । इनकी पकड़ सरकारी तंत्र में इतनी गहरी और मजबूत है कि फरियादी पिछले 4 साल से अधिकारियों व कार्यालयों का चक्कर काटते काटते थक गया बार शिकायत करने के बावजूद भी इन पर कोई कार्यवाही नहीं होती है  जबकि चकमार्ग संख्या 486 एवं 484 को लेकर वर्ष 2018 के अप्रैल माह से लगातार इसकी शिकायत जिलाधिकारी, तहसीलदार, उपजिला अधिकारी और मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर  इसकी शिकायत कर चुका है। 
अधिकारियों द्वारा जनसुनवाई पोर्टल पर रिपोर्ट में बताया गया है कि इनके विरुद्ध धारा 67 की कार्रवाई की गई है और तहसीलदार अकबरपुर के न्यायालय में प्रेषित किया गया है।  पर सत्य तो यह है कि अभी तक न तो न्यायालय में प्रेषित किया गया है और न ही अतिक्रमण को हटाया गया है। उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ सबका साथ सबका विकास और विश्वास की बात करते है। परंतु दबंगों एवम भू- माफियाओं तथा सरकार के नुमाइंदों के साथ मिलकर विकास और विश्वाश खूब फल - फूल रहा है। इसमें कोई संदेह नहीं है। पीड़ित  व्यक्ति सिर्फ सरकारी दफ्तर का चक्कर काट रहा हैं। न्याय के लिए भटक रहा है चक मार्ग के अवरुद्ध होने से लोगों को आने जाने में समस्या उत्पन्न हो रही है।

2 टिप्पणियाँ

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  1. दुर्भाग्य इस बात का है हमारे पास विधि द्वारा स्थापित नियम कानून, आला अधिकारी सब कुछ होने के बावजूद भी, दबंगों एवं भू माफियाओं के लिए सब कुछ एक सहज खेल है । परंतु कमजोर और गरीब केवल सरकारी दफ्तर का चक्कर ही काटता रहता है। हम प्रशासन के विशिष्ट और वरिष्ठ अधिकारियों से अनुरोध करते हैं कि ऐसे अपराधियों से न्याय दिलाएं ।

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  2. दुर्भाग्य इस बात का है हमारे पास विधि द्वारा स्थापित नियम कानून, आला अधिकारी सब कुछ होने के बावजूद भी, दबंगों एवं भू माफियाओं के लिए सब कुछ एक सहज खेल है । परंतु कमजोर और गरीब केवल सरकारी दफ्तर का चक्कर ही काटता रहता है। हम प्रशासन के विशिष्ट और वरिष्ठ अधिकारियों से अनुरोध करते हैं कि ऐसे अपराधियों से न्याय न्याय दिलाएं ।

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