मथुरा।।
वृन्दावन।बांके बिहारी कॉलोनी स्थित ठाकुर कौशल किशोर राम मंदिर में अखिल भारतीय श्रीराम मित्र मंडल के द्वारा गोस्वामी तुलसीदास जयंती व झूलन महोत्सव के अंतर्गत 9 दिवसीय श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ, अष्टयाम सेवा महोत्सव, शिवार्चन एवं महामृत्युंजय जप अनुष्ठान आदि कार्यक्रमों का शुभारम्भ हो गया है,जो कि निरन्तर 12 अगस्त तक चलेंगे।
ठाकुर कौशल किशोर राम मंदिर के सेवायत व अखिल भारतीय श्रीराम मित्र मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य महंत रामदेव चतुर्वेदी ने गोस्वामी तुलसीदास महाराज के जीवन चरित्र का बखान करते हुए कहा कि वे महर्षि वाल्मीकि के अवतार थे।उन्होंने आजीवन सत्यम,शिवम व सुंदरम का उद्घोष किया।उनका समूचा जीवन राममय था।
अखिल भारतीय श्रीराम मित्र मंडल के समन्वयक डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास महाराज द्वारा अवधी भाषा में रचित "श्रीराम चरित मानस" ग्रंथ अद्भुद भक्ति महाकाव्य है।तुलसीदासजी ने इसमें बुराई पर अच्चाई की जीत का विशद वर्णन किया है। यदि हम लोग इस ग्रंथ को आत्मसात कर लें,तो हमारे देश व समाज की अनेकों बुराइयों का अंत हो सकता है। 
आचार्य लवदेव चतुर्वेदी व आचार्य कुशदेव चतुर्वेदी ने कहा कि ठाकुर कौशल किशोर राम मंदिर चतुर्वेदी ब्राह्मण कुलभूषण,रामलीला चक्रवर्ती स्व. गोविंदराम चतुर्वेदी (दादाजी) महाराज की भजन स्थली है। यहां उनके परमाणु आज भी विद्यमान हैं।जो कि असंख्य व्यक्तियों को प्रेरणा व ऊर्जा प्रदान कर रहे हैं।
महोत्सव की संयोजक श्रीमती कुंजलता चतुर्वेदी व सह संयोजक श्रीमती प्रिया चतुर्वेदी ने कहा कि हमारा अखिल भारतीय श्रीराम मित्र मंडल समूचे देश के विभिन्न स्थानों पर अनेकों सेवा प्रकल्प संचालित कर रहा है।इस मंडल के द्वारा  बहुलावन में श्रीव्यास तपोवन व श्रीराम गौसेवा कुंज का निर्माण कराया गया है।जिसमें तमाम गौ माताओं की सेवा की का रही है। यह वही स्थान है,जहां पर कि भगवान श्रीकृष्ण ने गौचारण किया था। 
इस अवसर पर ठाकुर कौशल किशोर राम मंदिर में ठाकुरजी की अष्टयाम सेवा की गई।साथ ही यहां स्थित प्राचीन शिव मंदिर में वेदपाठी ब्राह्मणों के द्वारा शिवार्चन व महामृत्युंजय जप का अनुष्ठान किया गया। सायं काल रामकथा प्रवक्ता आचार्य महंत रामदेव चतुर्वेदी के द्वारा श्रीराम कथा का रसास्वादन कराया गया।इसके अलावा ठाकुर विग्रहों को झूला भी झुलाया गया।
महोत्सव में अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ,युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा,आचार्य ईश्वरचंद्र रावत, संत सेवानंद ब्रह्मचारी,संगीताचार्य शम्भूशरण महाराज,महंत संतोष पुजारी,राम अवतार भगतजी,महंत रमणरेती दास महाराज आदि की उपस्थिति विशेष रही।संचालन डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने किया। 

राजकुमार गुप्ता 

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