जोधपुर। पत्रकारिता के क्षेत्र में ललित अग्रवाल ने एक और मुकाम हासिल किया

न्यूज़पेपर्स एंड मैगजीन्स  फेडरेशन ऑफ इंडिया (एनएमएफआई) ने मीडिया भूषण सम्मान प्रदान कर किया सम्मानित

जोधपुर। राजस्थान के जाए जन्मे ललित अग्रवाल को पत्रकारिता के क्षेत्र में हुआ एक और मुकाम हासिल। पत्रकारिता के क्षेत्र में न्यूज़पेपर्स एंड मैगजींस फेडरेशन ऑफ इंडिया ने उन्हें मीडिया भूषण सम्मान प्रदान कर सम्मानित किया। गौरतलब है कि पत्रकारिता के क्षेत्र में बैचलर मास्टर डिग्री प्राप्त अग्रवाल पिछले 21 वर्षों से प्रिंट मीडिया के साथ पत्रकारिता के फील्ड में कार्यरत हैं और कलम के सिपाही के रूप में निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वर्तमान में दैनिक समाचार पत्र राष्ट्रीय शान और उपदेश टाइमस के कार्यरत अग्रवाल ने अपनी असामान्य मेहनत और पेशे में तमाम मुद्दों पर अपनी गहरी समझ और पकड़ रखते हुए पेशतर फैसले लेने की क्षमता के साथ अनुभव की पाठशाला में अपने आप को तराशा है। तब जाकर आज उन्हें यह मुकाम हासिल हुआ है। इस अवसर पर हिमालय और हिंदुस्तान के संस्थापक और केंद्रीय अध्यक्ष डॉ०राजीव रस्तोगी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्होंने मुझे इस काबिल समझा मेरी लेखनी को सहारा उसके लिए मैं राजीव रस्तोगी जी का आभारी हूं। आप जैसे सीनियर से बहुत कुछ सीखने को मिला है। इस सम्मान प्राप्ति परअग्रवाल ने कहा कि पत्रकारों को समाज के ताकतवर तबकों के दबाव और रोष का भी लगभग रोज ही सामना करना पड़ता है।
इसलिए किसी खबर पर काम करने के सभी चरणों के दौरान आप में ऐसी स्थितियों से निपटने का कौशल और रणनीति होना भी जरूरी है। किसी भी खबर के छपने से पहले और छपने के बाद भी दुशवारियों से भरे इस पेशे में हर क्षण खुद को अलर्ट रखना है। आपको स्व-रक्षा सुरक्षा कवच भी विकसित करना होगा। इन कवचों को जंग लगने से बचाने और कारगर बनाए रखने के लिए  निरंतर समय-समय पर उनकी सार -संभाल, साफ-सफाई व देखरेख की आवश्यकता है।
इस अवसर पर नए पत्रकारों के लिए अग्रवाल ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा की पत्रकार के अंदर- सबसे पहले खबर सुंघने की शक्ति का होना आवश्यक है ! खबर को पहचानने की समझ होनी चाहिए,अच्छा श्रोता होना जरूरी है। साथ ही पढ़ने की आदत बनाएं। हमेशा देश दुनिया में हो रही घटनाओं से अपने आप को अपडेट रखें। अंत में अपनी बात समाप्त करते हुए उन्होंने कहा - सफलता कामयाबी या जीत नाम कोई भी हो इन सब का अर्थ एक ही है। इन्हें हासिल करना बहुत ही गर्व की बात होती है। सफलता हासिल कर ही लोग इतिहास रचते हैं, लेकिन इस कामयाबी का फायदा तब ही है जब इसकी खुशी मनाने वाले साथ हो जो हम और आप होते हैं और हम ऐसे अवसर पर कुछ शब्दों के जरिए सफलता प्राप्त करने वाले का हौसला और उत्साह बढ़ाते हैं। आपके साथ सहयोग के लिए मैं दिल से आपका आभारी हूं जो आपने मुझे यह मान-सम्मान प्राप्त होने पर मेरी इस खुशी में शामिल होकर इसे दुगना कर दिया।

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