*रेलवे स्टेशन के लिए 350 करोड़ की आवश्यकता*
*अयोध्या*
रामनगरी में बन रहे विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन के द्वितीय चरण के कार्य को लेकर गतिविधियां तेज हो गई हैं। द्वितीय चरण में अयोध्या जंक्शन के विस्तार को लेकर कई निजी संपत्तियां भी रेलवे को अधिग्रहीत करनी हैं। इसलिए बड़ी संख्या में लोगों को क्षतिपूर्ति भी देनी पड़ेगी। इन सब बिदुओं को समेटते हुए द्वितीय चरण के कार्यों को लेकर राइट्स की ओर से प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेज दिया गया है। द्वितीय चरण के पुनर्विकास के लिए 350 करोड़ रुपये की आवश्यकता है। इसमें क्षतिपूर्ति सहित अन्य कार्यों के लिए बजट सम्मिलित है। रेलवे बोर्ड की ओर से प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद दूसरे चरण का कार्य भी राइट्स आरंभ कर देगी। एक रेल अधिकारी ने बताया कि द्वितीय चरण के लिए आवश्यक 93 हजार वर्गमीटर भूमि रेलवे को मिल चुकी है। 74 हजार वर्ग मीटर स्टेशन के दक्षिण एवं 19 हजार वर्गमीटर भूमि स्टेशन की उत्तर दिशा में है। इसमें एक नया भवन, वृहद पार्किंग, कर्मचारियों के लिए आवास, रेलवे पुलिस के लिए कार्यालय एवं ड्रेनेज संबंधी कार्य सहित अन्य निर्माण होने हैं। गुरुवार को अयोध्या जंक्शन पहुंचे मंडल रेल प्रबंधक सुरेश कुमार सपरा ने भी द्वितीय चरण के कार्य को लेकर चल रही तैयारियों के बारे में जानकारी प्राप्त की थी तथा पहले चरण का कार्य निर्धारित समय में पूर्ण करने का निर्देश दिया।
*दिसंबर में पूर्ण हो जाएगा पुनर्विकास का प्रथम चरण*
अयोध्या जंक्शन के प्रथम चरण का कार्य इसी वर्ष में दिसंबर में पूर्ण करने का लक्ष्य है। स्टेशन को मंदिर माडल की तरह विकसित किया जा रहा है। 129 करोड़ रुपये की लागत से पहले चरण का कार्य चल रहा है, जो अपने अंतिम चरण में हैं। जैसे-जैसे कार्य संपन्न हो रहा है वैसे-वैसे स्टेशन का भव्य स्वरूप भी निखर कर सामने आ रहा है
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