टाइगर लॉजिस्टिक्स ने डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से शिपिंग लॉजिस्टिक्स को आधुनिक बनाने का लक्ष्य बनाया
मेक माई ट्रिप की तरह एसएमई और एमएसएमई के लिए शिपिंग को सुलभ बनाया

नई दिल्ली, मई 2022: अंतरराष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स और ढुलाई कंपनी टाइगर लॉजिस्टिक्स (इंडिया) लिमिटेड एक अत्याधुनिक प्राइस डिस्कवरी और आपूर्ति श्रृंखला का स्वचालित मंच लॉन्च करने वाली है। इसका लक्ष्य देश के बुरी तरह विखंडित हो चुके शिपिंग सेक्टर को क्षमतावान बनाना और उसमें पारदर्शिता लाना है। बदले में यह 6.3 करोड़ से ज्यादा एसएमई और एमएसएमई के लिए शिपिंग सुलभ बनाएगा। भारत में एमएसएमई देश के कुल निर्यात में लगभग 40 प्रतिशत का योगदान देते हैं, देश की निर्माण सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 6.11 प्रतिशत योगदान और सेवा क्षेत्र में जीडीपी का 24.63 प्रतिशत योगदान देता है।

इस डिजिटल प्लेटफॉर्म का लक्ष्य संचालन प्रक्रिया को सरल बनाना है, जिससे इस कमजोर हो रहे उद्योग में क्रांति आएगी। यह भारतीय बाजारों से शुरू होते हुए अन्य विकासशील देशों तक प्रसार करेगा।

इस डिजिटल उद्यम पर टाइगर लॉजिस्टिक्स के मुख्य प्रबंध निदेशक (सीएमडी) और शिपिंग उद्योग के विशेषज्ञ हरप्रीत सिंह मल्होत्रा ने कहा, ''मौजूदा समय में तकनीक के हाथों में ही सबका नियंत्रण है। अगर हमें शिपिंग के उद्योग में रहना है तो इस उद्योग को समय के साथ चलना होगा। नया डिजिटल सेगमेंट निर्यातकों और आयतकों को तत्काल उनकी फ्लाइट बुक कराने, दस्तावेजों की प्रक्रिया को स्वायत्त करने, शिपिंग किए गए माल को लगातार ट्रैक करने और सिंगल प्लेटफॉर्म पर सभी भुगतानों का प्रबंधन करने में सहायता करेगा। इस प्रक्रिया में वे कई घंटों का समय बचाएंगे, अनगिनत ई-मेल में बातचीत को बाईपास करेंगे और एक पूर्ण रूप से पारदर्शी लॉजिस्टिक्स प्रक्रिया का अनुभव कराएंगे।''

हरप्रीत सिंह मल्होत्रा ने आगे कहा, ''पहली प्रस्तुति में टाइगर का फुल स्टेक प्लेटफॉर्म पहली मील ट्रांसपोर्टेशन, अंतिम मील डिलीवरी और कस्टम क्लीयरेंस के साथ-साथ दूसरे देशों से होने वाली महासागरीय और उड़ान वाली शिपमेंट ऑफर करेगा। रियल टाइम रेट, पूर्ण दृश्यता और शिपमेंट की मौजूदा स्थिति के बारे में तत्कालिक जानकारी देते हुए टाइगर का प्लेटफॉर्म अंतरराष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में मेक माई ट्रिप के समान काम करेगा।''

इस प्लेटफॉर्म का नेतृत्व स्टेनफॉर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक और प्रबंधन में दूसरी पीढ़ी की नेतृत्वकर्ता सिमर मल्होत्रा, Manager Key Accounts and Digital Lead कर रही हैं। उन्होंने कहा, ''अंतरराष्ट्रीय शिपिंग सेक्टर बुरी तरह अव्यवस्थित, अक्षमताओं से पीड़ित और वर्तमान में बड़े पैमाने पर ढुलाई और कंटेनर संकट से गुजर रहा है। जहां बड़े शिपर्स पर कैरियर्स, बहुराष्ट्रीय फॉरवार्डर्स से सीधे रुपयों के मोलभाव की ताकत होती है वहीं एसएमई और एमएसएमई इस दौड़ में पीछे छूट जाते हैं। अपने नए प्लेटफॉर्म के साथ हमें उम्मीद है कि इसमें बदलाव आएगा और ढुलाई सेवाओं से प्रत्येक उद्योग की पहुंच सुनिश्चित हो सकेगी।''

वित्त वर्ष 2022 में एमएसएमईज के निर्यात भाग में वृद्धि में यह देखना महत्वपूर्ण होगा क्योंकि सरकार ने मौजूदा हिस्सेदारी को बढ़ाकर 60 प्रतिशत करने का लक्ष्य बनाया है। पूर्व एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले साल सार्वजनिक रूप से कहा था कि सरकार ने निर्यात हिस्सेदारी को पांच साल में 12 प्रतिशत तक बढ़ाने के साथ जीडीपी में 30 से 50 प्रतिशत की उछाल और एमएसएमई क्षेत्र में पांच करोड़ अतिरिक्त रोजगार देने का लक्ष्य बनाया है।

टाइगर लॉजिस्टिक्स का डिजिटल प्लेटफॉर्म ढुलाई उद्योग के संचालन के मौजूदा मैनुअल नियमों को विघटित कर रहा है। मुख्य फोकस भारतीय बाजार में मजबूत एमएसएमई ग्राहक बाजार बनाने और एक सहज, शब्दजाल से मुक्त और ग्राहकों को सर्वप्रथम रखने वाली सेवा का अनुभव प्रदान करने पर किया गया है।



About Tiger Logistics
 
Tiger Logistics (India) Limited was founded in 2000 in New Delhi, India by Mr. Harpreet Singh Malhotra, who is also the Chairman and Managing Director of the company. Under his leadership, the company has achieved tremendous success over the years and has now emerged as a leading provider of end-to-end logistics solutions.  The company is known for its innovations and driving cost saving and operational efficiencies with greater rigor. As a result, Tiger Logistics has been able to achieve a yearly growth rate of 25-30%. Tiger Logistics has been serving industry clients for more than 21years. It has been listed on the Bombay Stock Exchange since 2013.

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