ग्राम पंचायत स्तर पर बीज भण्डारण गोदाम एवं बीज विधायन संयंत्र की
स्थापना हेतु 47 जनपदों में 100 कृषक उत्पादक संगठन चयनित

76 संयंत्र स्थापित, 24 संयंत्रों की स्थापना का कार्य प्रगति पर

जिलाधिकारी बैंकर्स के साथ बैठक कर एफ0पी0ओ0 को कार्यशील पूंजी/ऋण उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक समन्वय स्थापित करें

गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन, विधायन, विपणन एवं अन्य क्रय केंद्रों के
संचालन हेतु सभी सम्बन्धित विभागों के साथ भी समन्वय स्थापित कराना सुनिश्चित करंे, जिससे यह संयंत्र अपने उद्देश्यों की पूर्ति कर सकें

-डॉ0 देवेश चतुर्वेदी
लखनऊ: दिनांक: 04 मई, 2022
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में ग्राम पंचायत स्तर पर बीज भण्डारण गोदाम एवं बीज विधायन संयंत्र स्थापना हेतु दृष्टि योजना के अंतर्गत प्रदेश के 47 जनपदों में 100 कृषक उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) का चयन किया गया है। यह व्यवस्था भारत सरकार के एस0एम0एस0पी0 के घटक क्रिएशन ऑफ सीड इन्फ्रास्ट्रक्चर के अन्तर्गत की गयी है। अपर मुख्य सचिव, डॉ देवेश चतुर्वेदी ने यह जानकारी देते हुये बताया कि इस सम्बन्ध में सभी 47 जनपदों के जिलाधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिये गये हैं।
डॉ0 चतुर्वेदी ने बताया कि चयनित एफ0पी0ओ0 द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर एक टन प्रति घंटा क्षमता के बीज विधायन संयंत्र की स्थापना तथा 500 मी0टन क्षमता के बीज भण्डारण गोदाम का निर्माण करया जा रहा है। 76 संयंत्र स्थापित किये जा चुके हैं, जबकि 24 संयंत्रों की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। इन एफ0पी0ओ0 द्वारा अपने कृषक सदस्यों द्वारा बीज उत्पादन कराया जाएगा एवं उत्पादित इस बीज का विधायन स्थापित संयंत्र द्वारा करके उचित मूल्य पर गुणवत्तायुक्त बीज स्थानीय किसानों को उपलब्ध कराया जायेगा, जिससे उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि होगी और किसान आत्मनिर्भर होंगे। इस कार्य हेतु प्रत्येक एफ0पी0ओ0 को रूपये 60 लाख का अनुदान उपलब्ध कराया गया है।
जारी शासनादेश में जिलाधिकारियांे को निर्देशित किया गया है कि वे बीज उत्पादन, विधायन एवं विपणन कार्य को सुचारू रूप से संचालित किये जाने हेतु जनपद स्तर पर बैंकर्स के साथ बैठक आयोजित कराते हुये एफ0पी0ओ0 को कार्यशील पूंजी/ऋण उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक समन्वय स्थापित करें। साथ ही गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन, विधायन, विपणन एवं अन्य क्रय केंद्रों के संचालन हेतु सभी सम्बन्धित विभागों, उत्तर बीज प्रमाणीकरण संस्था, उत्तर प्रदेश बीज विकास निगम, कृषि विपणन विभाग, राज्य कृषि उत्पादन मण्डी समिति तथा खाद्य एवं रसद विभाग आदि के जनपदीय अधिकारियों के साथ भी समन्वय स्थापित कराना सुनिश्चित करंे, जिससे यह संयंत्र अपने उद्देश्यों की पूर्ति कर सकें

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