सामनेघाट पुल पर 8 जनवरी को चीनी मांझे से घायल हुए निवासी ओवैश अंसारी (62) की शनिवार सुबह मौत हो गई। मांझे से उनका नाक और गला कट गया था। उन्हें बीएचयू स्थित ट्रॉमा सेंटर में कई टांके लगाए गए थे। आज उनके टांके कटने से थे। उनकी मौत पर पूर्वांचल निर्यातक संघ के पूर्व अध्यक्ष जुनैद अंसारी ने दुख जताया है। परिजनों ने बताया कि रात में सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ हुई थी। जब उन्हें अस्पताल लेकर गए तब तक मौत हो गई   जनवरी को आशापुर निवासी पवन कुमार सिंह भी मांझे में फंसकर घायल हो गए।
21 दिसंबर को लंका के सीर गोवर्धन निवासी दिलीप यादव(42) का डाफी में चीनी मांझे से हाथ कट गया। दिलीप को टांका लगवाना पड़ा। दाहिने हाथ की उंगली कट गई थी।
19 दिसंबर को कपसेठी बाजार में भदोही चौरी निवासी मोहम्मद कैफ और मोहम्मद सैफ का चीनी मांझे से गला कट गया। दोनों भाई शहर से भदोही स्थित घर लौटते समय घायल हुए।
15 दिसंबर को चौबेपुर के संदहा निवासी अनिल कुमार चौहान (45) का चीनी मांझे से नाक और गला कट गया। सारनाथ के लेढ़ूपुर स्थित स्कूल से बच्चों को लेकर लौटते समय लहूलुहान हुए।चीनी मांझा मैटेलिक पाउडर, नायलॉन, लोहे व कांच के चूरे को मिलाकर बनाया जाता है, इस वजह से इसमें खिंचाव ज्यादा होता है और यह आसानी से टूटता नहीं है। चीनी मांझे की कीमत भी देसी मांझे से कम होती है।

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