धान खरीद में लागू हुआ ऑनलाइन टोकन सिस्टम

          गिरजा शंकर विद्यार्थी ब्यूरों
अंबेडकरनगर। जिले में शुक्रवार से धान खरीद को लेकर ऑनलाइन टोकन सिस्टम प्रभावी कर दिया गया। प्रशासन का मानना है कि इससे धान की बिक्री में बिचौलियों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सकेगा। इस सिस्टम के चलते शुक्रवार को जिले के कई क्रय केंद्रों पर धान खरीद का काम प्रभावित रहा।इससेे किसानों को विभिन्न प्रकार की मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा। हालांकि किसानों ने इस नए सिस्टम की सराहना भी की। उनका कहना रहा कि यह व्यवस्था लागू होने से अब उन्हेें धान बेचने के लिए संबंधित केेंद्र पर कई-कई दिनों तक लंबी लाइन लगाने से राहत मिलेगी।धान की बिक्री करने वाले किसानों को बिचौलियों से बचाने व क्रय केंद्र पर लगने वाली किसानों की भीड़ को कम करने के लिए प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए ऑफलाइन टोकन सिस्टम को तत्काल प्रभाव से समाप्त करते हुए ऑनलाइन टोकन सिस्टम शुक्रवार से लागू कर दिया। किसानों का धान खरीदने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में पांच एजेंसियों के 82 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं।
पहली नवंबर से अब तक 11 हजार 150 किसानों के 64150.619 एमटी धान की खरीद की जा चुकी है जो कि जिले को मिले लक्ष्य 1 लाख 58 हजार 400 एमटी की तुलना मेें 40.49 प्रतिशत है। धान खरीद को लेकर हालांकि जिला प्रशासन द्वारा लगातार दिशा-निर्देश जारी किए जाते रहे हैं लेकिन इसके बाद भी किसानों को धान की बिक्री करने में विभिन्न प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था।
किसानों को न सिर्फ क्रय केंद्रों पर कई-कई दिनों तक लंबी लाइन लगाना पड़ रहा था बल्कि इस दौरान बिचौलियों का हस्तक्षेप भी बढ़ गया। इस बीच किसानों को बड़ी राहत दिलाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धान बिक्री के लिए ऑफलाइन टोकन व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से समाप्त करने के साथ ही ऑनलाइन टोकन सिस्टम शुरू करने की घोषणा की।
शुक्रवार से नई व्यवस्था लागू होने से जिले के ज्यादातर केंद्रों पर लगभग पूरे दिन खरीद का काम प्रभावित रहा। इससे किसानों को विभिन्न प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हालांकि दोपहर बाद कुछ केेंद्रों पर धान की खरीद प्रारंभ हो गई।खाद्य विभाग कार्यालय के अनुसार धान की बिक्री के लिए ऑनलाइन आवेदन के बाद सत्यापन की प्रक्रिया पूरी होने पर संबंधित किसान को ऑनलाइन टोकन के लिए आवेदन करना होगा। बिक्री के लिए मिलने वाली तिथि के अनुसार संबंधित केंद्र पर टोकन जनरेट होगा।
निर्धारित तिथि के दिन किसान को 10 बजे क्रय केंद्र पर पहुंचकर ई-पॉस मशीन के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। यदि किसान ने निर्धारित तिथि के दिन समय पर अपनी उपस्थिति नहीं दर्ज कराई तो उसका टोकन शाम पांच बजे स्वत: ही निरस्त हो जाएगा।
ऑनलाइन टोकन व्यवस्था शुक्रवार को प्रारंभ हुई तो पहले दिन ही किसानों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बरधाभिउरा निवासी प्रदीप वर्मा ने बताया कि उन्होंने ऑफलाइन टोकन कटवाया था जो पीसीएफ के क्रय केंद्र के नंबर एक पर लगाया गया था। शुक्रवार को ही तौल होनी थी लेकिन नई प्रक्रिया प्रारंभ होने से तौल नहीं हो सकी।
अब फिर से ऑनलाइन टोकन कटवाना पड़ रहा है। सोनगांव के प्रकाश राय ने कहा कि 7 दिसंबर को ऑफनाइल टोकन कटाकर खाद्य विभाग के एक नंबर केंद्र पर धान लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी की थी। सोमवार को तौल होनी थी लेकिन नई व्यवस्था के चलते अब इंतजार करना होगा। सैदापुर के अजय कुमार ने कहा कि नया सिस्टम तो अच्छा है लेकिन बीच में लागू करने से पहले दिन किसानों को बड़ी समस्या हुई।
हालांकि इस व्यवस्था से आने वाले दिनों में किसानों को काफी राहत मिलेगी। सुईडीह के अनिरुद्ध कुमार ने कहा कि ऑनलाइन टोकन व्यवस्था से बिचौलियों की कॉकस समाप्त होगी तो केंद्र पर भीड़ भी कम होगी। किसानों को आर्थिक चपत भी नहीं लगेगी।
खाद्य एवं विपणन अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि ऑफलाइन टोकन से केंद्रों पर अधिक वाहन खड़े हो जाते थे लेकिन अब जबकि ऑनलाइन टोकन प्रक्रिया लागू की गई है तो ऐसे में जिन किसानों की उपज की तौल होनी होगी, वही किसान संबंधित केंद्र पर पहुंचेगा। इस योजना से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।

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