श्रवण क्षेत्र की सप्त कोसी परिक्रमा प्रशासन की घोर उपेक्षा के बीच हुआ संपन्न 

प्रशासन की अव्यवस्था के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था पड़ी भारी

            गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरों 
अंबेडकरनगर। देवोत्थानी एकादशी पर्व पर मातृ-पितृ भक्ति के प्रतीक व प्रसिद्ध धर्मस्थली श्रवणक्षेत्र धाम की सप्त कोसी परिक्रमा भारी अव्यवस्थाओं के बीच समपन्न हुई। प्रशासन द्वारा समुचित व्यवस्था न होने के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था सोमवार को अव्यवस्थाओं पर भारी होती दिखाई दी। 
आपको बता चलेंकि सोमवार  को भोर से ही श्रद्धालुओं की काफी भीड़ परिक्रमा करने के लिए उमड़ पड़ी।
श्रवण क्षेत्र धाम से सप्त कोसी परिक्रमा पवित्र संगम तट पर स्नान के बाद शुरू होती है। सोमवार भोर में चार बजे से ही श्रद्धालुओं की भीड़ संगम तट पर उमड़ पड़ी। मड़हा-बिसुई दोनों नदियों के मिलाप से बने तमसा नदी के संगम तट पर हजारों श्रद्धालुओं ने स्नान दान कर परिक्रमा शुरू कर दी। यहां से निकलने के बाद श्रवण क्षेत्र से अन्नावां मार्ग पर होते हुए पवित्र स्थल शिवबाबा पहुंचे। पवित्र स्थल पर परिक्रमा करने के बाद श्रद्धालुओं का जत्था अयोध्या-अकबरपुर मार्ग होते हुए शहजादपुर रामजानकी मंदिर पहुंचा।

 यहां भी श्रद्धालुओं ने राम, लक्ष्मण व सीता की प्रतिमाओं के समक्ष पूजा-अर्चना कर परिक्रमा की। इसके बाद श्रद्धालुओं ने पहितीपुर बाजार में राम जानकी मंदिर व मठिया मंदिर होते हुए वापस श्रवणक्षेत्र पहुंचकर परिक्रमा समाप्त की। हालांकि इस दौरान वाहनों के आवागमन से श्रद्धालुओं को परिक्रमा मार्ग पर पैदल चलने के लिए काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। मुख्य मार्गों पर इक्का-दुक्का पुलिसकर्मी दिखाई पड़े प्रशासन की इस घोर उपेक्षा से साधु संतों व श्रद्धालुओं में काफी आक्रोश देखने को मिला।

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