जनपद में धूमधाम से संपन्न हुआ मूर्ति विसर्जन प्रशासन ने ली राहत की सांस

भक्तों ने नम आंखों से मां को दी विदाई

     गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरों
अम्बेडकर नगर। जनपद में धूमधाम से भक्तों ने मां को दी अंतिम विदाई मां की प्रतिमाओं का विसर्जन सकुशल संपन्न हुआ प्रशासन काफी मुस्तैदी के साथ डटा रहा, नवरात्रि के अंतिम पहर महानवमी पर विसर्जन का सिलसिला देर रात तक चलता रहा है। आठ दिनों तक माता जगत जननी की पूजा अर्चना की गई नवमी को हवन के बाद भक्तों ने नम आंखों से मां को विदाई दी।
कोरोना को देखते हुए इस बार दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए प्रशासन ने अलग व्यवस्थाएं बनाई थी। 
भक्तों ने हवन पूजन के बाद शुक्रवार को प्रातः ही विसर्जन की तैयारियां शुरु कर दी अपराह्न  में कुछ मूर्तियां विसर्जन के लिए बाजे-गाजे के साथ नाचते गाते हुए निकल पड़ी। भक्तों ने अपनी श्रद्धा के साथ माता के विसर्जन के लिए तमसा नदी के पास बनाये गए विसर्जन स्थल पर मां की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। जनपद मुख्यालय के कस्बा शहजादपुर में हर वर्ष की भांति पूजन के पश्चात शोभा यात्रा निकलनी प्रारंभ हुई। 
इस दौरान दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष विशाल अग्रहरी, मनोज गुप्ता, बाबा राम शब्द यादव, हिमांशु गुप्ता,राम बचन यादव बाल्मिकी उपाध्याय, बृजमोहन मेहरोत्रा, राम अशीष मिश्रा, अजय प्रताप सिंह, जितेंद्र कनौजिया आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे।  जनपद में बनाए गए विसर्जन स्थलों पर काफी संख्या में सुरक्षाकर्मी की ड्यूटी लगाई गई थी जनपद मुख्यालय पर सुरक्षा के लिए कहीं से कोई कोताही न हो इसके लिए पीएसी के जवानों को लगाया गया था। विसर्जन के दौरान यह देखा जा रहा था कि कहीं पर यातायात प्रभावित न हो इसकी व्यवस्था के लिए यातायात कर्मियों की भी  ड्यूटी लगाई गई थी।  
प्रतिमाओं का विसर्जन कराने की जिम्मेदारी प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी। पुलिस ने थाना वार दुर्गा की प्रतिमाएं वाहनों में रखवा कर विसर्जन कराई। इस दौरान किसी भी प्रकार का विसर्जन जुलूस नहीं निकलेगा इसके लिए पुलिस और प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी थी। घाटों पर जाने वाले रास्तों पर पुलिस को लगाया गया और बैरिकेडिंग भी की गई।

पवित्र पावन धाम श्रवण क्षेत्र में स्थित मड़हा-बिसुही के संगम स्थल श्रवण धाम में अपर पुलिस अधीक्षक संजय राय ने विसर्जन स्थल पर पहुंच कर  स्टीमर व नाव तथा बैरिकेडिंग की व्यवस्था का जायजा लिया।  पहितीपुर दांदूपुर मंशापुर खजूरडीह पांती अन्नावा कटेहरी बैजपुर अहिरौली जैसिंहपुर आदि जगहों की प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। 

हमारे आलापुर संवाददाता के अनुसार 

भक्तों ने अबीर गुलाल उड़ाते हुए घाट पर माता का पूजन किया। फिर उन्हें विदा करते हुए मंगल कामना की। तहसील क्षेत्र आलापुर के अन्तर्गत ग्राम सभा चहोड़ा घाट में सदियों से मूर्ति विसर्जन का आयोजन होता चला आ रहा है जिसमें अबकी बार शासन के निर्देशानुसार मूर्तियों का विसर्जन नदियों में न करके गड्ढों में किया जा रहा है। इस समय चहोड़ा घाट में चारों तरफ पुलिस ही पुलिस नजर आ रही थी। ग्राम सभा अध्यक्ष सभापति मौर्य के द्वारा विसर्जन स्थान पर वैरीकेटिंग, गड्ढे की खुदाई,लाइट,नाव स्टीमर,भोजन इत्यादि की ब्यवस्था बहुत ही प्रसंशनीय रही सुबह से ही मूर्ति विसर्जन स्थल पर तहसीलदार ,कानूनगो, लेखपाल, ग्राम सचिव, सफाई कर्मी, थानाध्यक्ष आलापुर,सीओ आलापुर सर्किल सहित भारी संख्या में पुलिस के जवानों का की ड्यूटी लगाई गई विसर्जन के दौरान लोग नाचते, गाते हुए घाटों पर पहुंचे। छोटी प्रतिमाओं को लोग सिर पर या गोद में लेकर तथा बड़ी प्रतिमाओं को लोडिंग टेंपो, ठेला और ट्रकों में लेकर पहुंचे और माँ की प्रतिमाओं का विसर्जन सकुशल संपन्न किया गया।

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