*अयोध्या/प्रेसनोट*

*नाबार्ड ने पूरे चूड़ामणि पांडेय गांव में खेती को उद्यम बनाकर आत्मनिर्भर  बनने की किसानों से किया आवाह्न-*

खेती को उद्यम की भांति करने से किसानो की आमदनी मे इजाफा हो सकता है हमे अपनी जरूरत भर के लिए गेंहू और धान पैदा करना होगा बाकी नकदी और अन्य बाजार के अनुकूल खेती करनी होगी तभी किसान भाईयो का भला हो सकता है, उपरोक्त बाते नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक कमलेश यादव ने अमानीगंज विकास खण्ड के पूरे चूरामनि पांडेय मे ओंकार सेवा संस्थान द्वारा आयोजित "कृषक भ्रमण के उपरांत को दक्षता मूल्यांकन कार्यक्रम" मे बतौर मुख्य अतिथि के रूप मे प्रतिभाग करते हुए कही। विदित हो की 20 सितम्बर 2021 को अयोध्या जनपद के 25 प्रगतिशील किसान उत्तराखण्ड स्थित गोविंद बल्लभपंत कृषि एवं  प्रौद्यौगिक विश्वविद्यालय मे पाँच दिवसीय भ्रमण पर गये थे और आज उन्ही किसानो ने क्या सीख और उसका क्या प्रयोग खेती मे करेंगे इसी को समझने और परखने के लिए डी डी एम  नबार्ड उक्त कार्यक्रम मे पधारे थे, डी डी एम  ने भारत सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत के अन्तर्गत शुरु की गयी कृषि संसाधन निधि (agriculutre infrastruture fund  scheme) के बारे मे बताते हुए कहा की इसमे किसान भाई गोदाम बेयर हाउस, कोल्ड स्टोरेज, प्रसंस्करण केन्द्र सहित बहुत सारे काम कर सकते है जिसके लिए उन्हे व्याज मे उन्हे तीन प्रतिशत की छूट प्राप्त होगी उपरोक्त योजना के अन्तर्गत उन्हे agriinfra dac gov in पर जाकर आवेदन करना होगा और परियोजना से सम्बंधित सभी परिपत्र अपलोड करने के बाद मॉनिटरिंग कमेटी के मूल्यांकन के बाद आवेदक की बैंक शाखा मे सीधे भेज दिया जाता है इसके लिए ग्राहक को कहीँ भी कोई शुल्क देय नही है और किसान भाई किसी को भी इस काम के एवज मे कोई पैसा भी न दें  कार्यक्रम मे भ्रमण पर गये किसानो ने अपने अपने अनुभव साझा किए प्रगतिशील  किसान बजरंग बहादुर सिंह ने कड़क नाथ मुर्गपालन की तो कृष्ण प्रभात दुबे ने सब्जी की खेती, सीता राम यादव ने ग्रीन हाउस मे खेती, भवानी प्रसाद ने डेरी तो शिव शंकर सिंह ने केले की खेती करने की बात कही जबकि युवा किसान कुलदीप मिश्र ने मशरूम की खेती, विपुल सिंह ने सब्जी के साथ ही मौन पालन करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है सभी किसान ऊर्जा से भरपूर और बहुत ही उत्साहित थे कार्यक्रम की अध्यक्षता आद्या प्रसाद सिंह ने संचलन श्रीकृष्ण दुबे "अज्ञान" ने की विशिष्ट अतिथि के रूप मे जग नारायण पांडेय ने सभी किसानो से मोटे अनाज  की खेती करने की अपील की कार्यक्रम के   शुरुवात मे गुरु प्रसाद त्रिपाठी ने स्वरचित कविता से सरस्वती की वन्दना प्रस्तुत की  जिसने सभी किसानो का मन मोह लिए वही पर श्रीकृष्ण दुबे अज्ञान ने छन्द के माध्यम से कृषि नीति और सरकार की नीतियों पर स्वरचित छन्द प्रस्तुत किया, कृषि विज्ञान केन्द्र अमेठी के वैज्ञानिक डॉ ओ पी सिंह ने कृषि विविधीकरण पर विस्तार से चर्चा की कार्यक्रम समन्वयक सूर्य कुमार त्रिपाठी ने आए  हुए अतिथियों के प्रति आभार ज्ञापित किया और उपरोक्त भ्रमण के लिए डी डी एम कमलेश यादव का धन्यवाद किया कार्यक्रम मे हरीशचंद्र  सिंह, हरि कृष्ण  दुबे, विनय शंकर, तंग नाथ, आनन्द सेन यादव, ओम प्रकाश यादव, राम  सुन्दर यादव सहित सैकड़ों किसानो ने प्रतिभाग किया।

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