लखनऊ,राजकुपार गुप्ता || 9 अगस्त यानी ऐतिहासिक अगस्त क्रान्ति दिवस के अवसर पर सरकार की गलत नीतियों, महंगाई, घरेलू गैस सिलेंडर, पैट्रोल, डीजल, काले कृषि कानून, महिला सुरक्षा,बेरोज़गारी, पेगासस जासूसी जैसे मुद्दों को लेकर पूरे उत्तर प्रदेश में प्रत्येक विधानसभा में कांग्रेस के कार्यकर्तागण भाजपा गद्दी छोड़ो दो दिवसीय पदयात्रा निकालेंगे। कोंग्रेस 2022 विधान सभा चुनाव हेतु उत्तर प्रदेश की सियासत में खुद को मजबूत करने में जुटी हैं। किसान महापंचायत कर उन्होंने पार्टी को खड़ा करने की कोशिश की है। यूपी के प्रत्येक गांव - गांव में जाकर कांग्रेस इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां कर रही है।

इस संदर्भ में राष्ट्रीय नेता, इंडियन नेशनल कांग्रेस एआईसीसी पर्यवेक्षक प्रभारी, बिहार झारखंड उत्तर प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी, एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया, सदस्य इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ ज्यूरिस्ट्स सचिव, कांग्रेस किसान एवं औद्योगिक प्रकोष्ठ, कानूनी सलाहकार सदस्य, चुनाव प्रचार समिति बिहार झारखंड उत्तर प्रदेश पश्चिम बंगाल और आसाम एवं लोकसभा चुनाव 2024 में प्रधानमंत्री पद के दावेदार ठाकुर संजीव कुमार सिंह ने पत्रकार वार्ता में बताया कि 9 अगस्त के दिन को एतिहासिक माना जाता है,क्योंकि इस दिन महात्मा गांधी ने अगस्त क्रांति या भारत छोड़ो आंदोलन की शुरूआत की थी। भाजपा गद्दी छोड़ो नारे के साथ यूपी में कोंग्रेस चुनावी बिगुल फूंकने जा रही है। इस नारे के जरिये वह योगी सरकार की विफलताओं के बारे में ग़रीब,मजदूर,किसान,बेरोजगार नोजबान एवं लगातार बढ़ती महंगाई की मार से परेशान ग़रीब जनता की परेशानियों को यूपी के प्रत्येक गांव - गांव में जाकर सुनेगी। कांग्रेस 1989 के बाद से ही सूबे की सत्ता से बाहर है और मौजूदा वक़्त में वह बेहद कमजोर हो चुकी है। पार्टी 9 अगस्त से 9 सितंबर तक लगभग 70 हजार कार्यकतार्ओं को योगी सरकार की विफलताओं के बारे में प्रशिक्षित करेगी। इसके साथ ही उन्हें बूथ मैनेजमेंट, सोशल मीडिया के इस्तेमाल, कांग्रेस और बीजेपी-आरएसएस की विचारधारा के अंतर के बारे में बताया जाएगा। इसके लिए पार्टी पूरे प्रदेश में प्रशिक्षण कैंप लगाने जा रही है। इन प्रशिक्षण कैंप के जरिये पार्टी के लोगों को बताया जाएगा कि बीते 32 सालों के दौरान उत्तर प्रदेश के हालात किस तरह खराब होते गए हैं। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के 100 नेताओं और कार्यकतार्ओं को इन दिनों छत्तीसगढ़ में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इधर, कांग्रेस ने प्रदेश के 8 जोन में आने वाले ब्लॉकों के अध्यक्ष को हाल ही में प्रशिक्षण दिया है। पार्टी नेताओं ने एएनआई को बताया कि प्रशिक्षण कैंप से पार्टी संगठन को नई ताकत मिली है। प्रशिक्षण कैंप में हिस्सा लेने वाले कार्यकर्ता उन्हें बताई गई बातों को लेकर जनता के बीच में जाएंगे और योगी सरकार को घेरने का काम करेंगे। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में जान फूंकने की कोशिश में जुटी हैं। खबरों के मुताबिक, प्रियंका हर महीने के ज्यादातर दिन अब लखनऊ में रहेंगी। राज्य की प्रभारी होने के नाते प्रियंका के कंधों पर ज्यादा बड़ी जिम्मेदारी है। इस तरह की भी खबरें हैं कि कांग्रेस प्रियंका गांधी को यहां मुख्यमंत्री पद का चेहरा बना सकती है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के सामने चुनौतियों का अंबार लगा हुआ है और 2022 के चुनाव में उसे बेहतर प्रदर्शन करना ही होगा, वरना यहां उसका खुद को जिंदा रख पाना मुश्किल हो जाएगा। बीजेपी के साथ मित्रता निभाने के आरोप को लेकर प्रियंका मायावती और अखिलेश यादव पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला बोल चुकी हैं और किसान आंदोलन के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर किसान महापंचायत कर उन्होंने पार्टी को खड़ा करने की कोशिश की है। इस नारे के जरिये वह योगी सरकार की विफलताओं के बारे में ग़रीब,मजदूर,किसान,बेरोजगार नोजबान एवं लगातार बढ़ती महंगाई की मार से परेशान ग़रीब जनता की परेशानियों को यूपी के प्रत्येक गांव - गांव में जाकर सुन रही हैं।

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