कोरोना संकट ने दो सीएचसी का शुभारंभ में बना बाधा सवा लाख लाभार्थी हुए वंचित 

    गिरजा शंकर गुप्ता 
अम्बेडकरनगर 30 म ई 2021। कोरोना संकट से आम जनजीवन बेहाल है। लोग बेमौत मर रहे हैं। हालांकि अब कुछ हद तक अब कहर कम होता दिख रहा है। फिर भी कोरोना ने विकास की रफ्तार को बेहद कम कर दिया है। तमाम परियोजनाओं को लटका दिया है। कई परियोजनाओं का या तो शिलान्यास नहीं हो सका है अथवा लोकार्पण ही नहीं हो सका है। इसमें बेहतर स्वास्थ्य सेवा के लिए बने नए सरकारी चिकित्सालय तक शामिल हैं।
आपको बता दे  सीएचसी बेवाना व तेंदुआईकला का लाभ संबंधित क्षेत्र की लगभग सवा लाख की आबादी को मिलने पर फिर ग्रहण लग गया है। इन दोनों अस्पतालों के भवन का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। बेवाना सीएचसी का सोमवार को खत्म हो रहे मई माह में होना था। लेकिन ऐसा नहीं हो सका है। उद्घाटन तो दूर कोरोना स संकट से इन दोनों अस्पतालों के भवनों की कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम की ओर सीएमओ कार्यालय को हैंडओवर तक नहीं किया जा सका है। ऐसा होने के कर बाद ही चिकित्सक व स्टॉफ की तैनाती होती और उदघाटन कर शुभारंभ होता।इसके बाद दोनों अस्पतालों का संचालन प्रारंभ हो जाना था। फिलहाल कोरोना संकट से संचालन की कोई प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। दरअसल ब्लॉक अकबरपुर के बेवाना और ब्लॉक जहांगीरगंज के तेंदुआईकला के मरीजों व उनके तीमारदारों को निकटवर्ती सीएचसी या फिर जिला अस्पताल तक की दौड़ न लगानी पड़े, इसके लिए वर्ष 2014-15 में बेवाना में 30 बेड वाले सीएचसी और तेंदुआईकला में चार बेड के पीएचसी के निर्माण को शासन ने हरी झंडी दी थी। पांच करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाले सीएचसी बेवाना तथा करीब डेढ़ करोड़ रुपएर की लागत से बने होने तेन्दुआई कला पीएचसी का निर्माण हुआ है। फिलहाल जिन अस्पतालों का शुभारंभ करीब दो साल पहले हो जाना चाहिए था, उसमें समय-समय पर तमाम अवरोध आते रहे। दो साल पहले ही शुरू हो जाने वाला अस्पताल अभी तक नहीं शुरू हो सका है। फिलहाल मई में आरंभ होने की संभावना भी खत्म हो गई है। स्वास्थ विभाग के अवर अभियंता विजयपाल ने बताया कि अब अस्पतालों का शुभारंभ कोरोना पर नियंत्रण पा लेने के बाद ही किया जाएगा।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने