देश के दिग्गज संतों की मौजूदगी में आज धर्मनगरी चित्रकूट में अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा के गोलोक वासी श्री महंत रामाश्रय दास महाराज के उत्तराधिकारी के रूप में उनके दो शिष्यों को मोहंती देकर गद्दी पर बैठाया गया।
कंठी माला के इस कार्यक्रम में जगतगुरु रामानंदाचार्य रामभद्राचार्य महाराज तुलसी पीठ चित्रकूट की अध्यक्षता में हुई संतों की बैठक में बाघम्बरी गद्दी प्रयागराज के राष्ट्रीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी महाराज, हनुमानगढ़ी अयोध्या के श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा के अध्यक्ष श्री महंत धर्मदास महाराज,व्रन्दावन धाम के श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा के अध्यक्ष कृष्णदास महाराज, गुजरात के अहमदाबाद के श्री पंच अनि निर्मोही अखाड़ा के अध्यक्ष राजेंद्रदास महाराज और चित्रकूट के श्री पंच निर्मोही अखाड़ा के रामजी दास महाराज की मौजूदगी में एक और महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया गया।जिसमें कामदगिरि प्रमुख द्वार के महंत रामस्वरूप आचार्य का पीठाधीश्वर और जगतगुरु पद निरस्त कर दिया गया।
बैठक में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा की वर्तमान समय में रामानंदाचार्य रामभद्राचार्य महाराज ही जगतगुरु हैं। स्वयं को कोई जगतगुरु या पीठाधीश्वर नहीं हो सकता है इसलिए रामस्वरूप दास का पीठाधीश्वर जगतगुरु पद समाप्त कर दिया गया है इस बैठक में सर्वसम्मति से निर्मोही अखाड़ा चित्रकूट धाम का महंत नागा शिवराम दास महाराज और अधिकारी दीन दयाल दास महाराज को चुन लिया गया है।
इस मौके पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज के उत्तराधिकारी युवराज रामचन्द्रदास आदि मौजूद रहे
रिपोर्ट
संदीप द्विवेदी

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