*नही चल रहे गोण्डा जिले क़े रुपईडीह क्षेत्र  क़े धान क्रय केन्द्र अधिकारी और जिम्मेदार नही ले रहे सुध* 



गोण्डा / प्रदेश क़े तमाम जनपदों मे जिलाधिकारी स्वयं धान क्रय केंद्रों का भौतिक सत्यापन करते हुए , क्रय केंद्रों तक जाकर किसानों से बाते करते हैं । क्रय केंद्रों की मनमानी पर तत्काल कार्यवाही भी करते हैं।  लेकिन दबंगई क़े लिए प्रदेश भर मे मशहूर जनपद गोण्डा का वही पुराना हाल है ढाक क़े तीन पात ।चाहे जो cm हो या dm ।  ना कोई ना अधिकारी ध्यान दे रहे ना जिम्मेदार डरते हैं । ना तो अधिकारी मौके पर पंहुचते हैं ना ही कोई  जिम्मेदार । बस वही पुराने घाघ लोग जिन्होंने सपा सरकार मे संसाधन व सहकारी समितियों पर कब्जा जमा कर लूट खसोट किया था वही माल काट रहे हैं । ये लोग लगातार मनमानी करते हुए योगी महराज को बदनाम कर रहे हैं । सपा सरकार मे दूसरी स्थिति थी अब भाजपा मे  मामला थोड़ा अलग है लेकिन निर्भीक लोगों क़े लिए कार्यशैली मे कोई परिवर्तन नही है ना ही किसी से डरने वाले । विगत वर्ष कागजों मे धान का क्रय कब किया गया था किसान नही जान पाये लेकिन मानक पूरा हुआ । कब क्रय केंद्र खुला कब बन्द हुआ किसका धान गेंहू क्रय किया  गया किसका नही श्याद ही कोई जान सका हो । ना किसान जान पाये ना ही  स्थानीय लोग । बस योगी जी क़े सख्त आदेश अखबारों मे पढ़ते रहे टी वी पर किसान देखते भर रहे । प्रदेश क़े अन्य जिलों मे मनमाने लोगों पर कईयों पर कार्यवाही हुई । कईयों पर गाज गिरी लेकिन यहाँ हाल वही रहा । 
कुछ गिने-चुने किसानों क़े धान को ही  खरीदा गया । बाकी ने 07-रुपये किलो अनाज बेंचकर खेती मे भर्ती लगाते रहे  । वही हाल इस साल भी धान क्रय मे  दिखाई दे रहा है किसानों को पूरी उम्मीद है । रूपईडीह ब्लॉक क़े अचलनगर /हिन्दूनगर क्रय केन्द्र पर आज 25 अक्टूबर तक एक किलो धान नही खरीदा गया है। आखिर कोई जिम्मेवारी है किसी की ।   जिम्मेदार फोटो खिंचाने मे मस्त हैं । स्थानीय विधायक मेह्नौन छेत्र मे फोटो खिंचा कर फ़ेसबुक पर धान क्रय केंद्रों का किया निरीक्षण पोस्ट  डालते हैं लेकिन बॉर्डर क़े क्षेत्रों मे नही जाते की किसानों का दुख दर्द जानें ।इससे किसानों मे खासा नाराजगी है ।  
 यह क्रय केन्द्र बलरामपुर श्रावस्ती और गोण्डा जिले क़े बार्डर पर होने क़े नाते अधिकारियों के आने का तो कोई सवाल हि नही ऐसे मे क्रय केन्द्र प्रभारी क़े मनमानी क़े आगे किसान नतमस्तक हैं । अब किसान राम भरोसे कर्ज क़े लिए तैयार हैं ऐसे मे सरकारी योजनाओं का लाभ कैसे मिलसकता है । इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है । किसान फौजदार , रामानुजन , मुन्ना , अमित , अशोक , लइक, शमशाद , हारून , विजय कुमार , संतोष सहित सैकड़ों लोगों ने क्रय केन्द्र ना चलने को लेकर नाराजगी जताते हुए । क्रय केन्द्र क़े खिलाफ कार्यवाही की माँग की है । 
फिलहाल किसानों का तो हर साल ऐसे हि रोना लगा रहता है लेकिन स्थिति बदलती नही है । अधिकारियों को शायद इस क्षेत्र मे झांकने का समय नही है वहीं नेताजी को इसकी कोई सुध नही है । 



अरविंद कुमार पाण्डेय 
गोण्डा

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