खंडवा के पर्यावरण प्रेमी मुकेश काले ने घर की छत को बना दिया हरा-भरा गार्डन
गर्मी में भी लहलहा रहे हैं पौधे, रिश्तेदार और मित्र देखने आते हैं बगिया
हर वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है ताकि आमजन को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया जा सके। इस अवसर पर खंडवा निवासी मुकेश काले और उनकी पत्नी पूर्णिमा काले का कार्य सभी के लिए प्रेरणा बनकर उभर रहा है। इन्होंने अपने घर की छत को न केवल हरे-भरे पौधों से सजाया है, बल्कि एक संपूर्ण टेरेस गार्डन में तब्दील कर दिया है।
10 वर्षों की मेहनत, 700 स्क्वायर फीट की छत पर बना नंदनवन
पेशे से व्यवसायी मुकेश काले ने करीब 10 वर्षों में अपने घर की 700 स्क्वायर फीट छत पर 150 से अधिक प्रजातियों के 500 से अधिक पौधे लगाए हैं। इनमें फूलों से लेकर औषधीय, फलदार और सजावटी पौधे शामिल हैं। धार्मिक महत्व वाले पौधे जैसे तुलसी, पीपल, बिलपत्र भी विशेष रूप से लगाए गए हैं।
घर में नहीं पड़ती एसी की जरूरत
इस टेरेस गार्डन का सकारात्मक असर घर के तापमान पर भी पड़ा है। गर्मियों में घर का तापमान बाहर से 4-5 डिग्री कम रहता है, जिससे एयर कंडीशनर की जरूरत ही नहीं पड़ती। केवल एक कूलर से घर ठंडा बना रहता है।
पक्षियों के लिए दाना-पानी और घोंसलों की सुरक्षित जगह
पूर्णिमा काले बताती हैं कि वे बचपन से ही प्रकृति से जुड़ी रही हैं। यही कारण है कि उन्होंने छत और बालकनी में पक्षियों के लिए सालभर सकोरे में दाना-पानी की व्यवस्था की है। कई पक्षियों ने यहां घोंसले भी बना लिए हैं।
जन्मदिन और आयोजनों में पौधों का उपहार
मुकेश और पूर्णिमा काले अब अपने सामाजिक आयोजनों, जन्मदिन और सालगिरह पर पौधे गिफ्ट करना पसंद करते हैं। उनका मानना है कि एक पौधा किसी को देना, प्रकृति को सौंपना है।
जैविक खाद से पोषण, आत्मनिर्भर गार्डनिंग
छत के पौधों को नियमित पोषण देने के लिए काले दंपत्ति बची हुई सब्जियों और किचन वेस्ट से जैविक खाद तैयार करते हैं। इससे गमलों में लगे पौधों को पर्याप्त पोषण भी मिलता है।
लोगों को कर रहे प्रेरित, बगिया देखने आते हैं रिश्तेदार
मुकेश काले की यह हरित पहल अब लोगों को प्रेरित कर रही है। हरदा से आए उनके मित्र मनोहर लाल ने कहा, "मुकेश जी जैसे पर्यावरण प्रेमियों को समाज में एक उदाहरण के रूप में मान्यता मिलनी चाहिए। उनकी बगिया केवल ग्रीन स्पेस नहीं, बल्कि जागरूकता का संदेश है।"
आइए, संकल्प लें पर्यावरण के लिए
विश्व पर्यावरण दिवस पर हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए मुकेश काले जैसे लोगों से, जिन्होंने दिखाया कि छोटा-सा प्रयास भी बड़ा परिवर्तन ला सकता है। पर्यावरण संरक्षण के इस पावन अवसर पर हमें भी यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने आसपास की प्रकृति को सहेजेंगे, हरियाली को अपनाएंगे और पर्यावरण के रक्षक बनेंगे।
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