बलरामपुर-थाना कोतवाली नगर क्षेत्र में इस दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। विष्णुपुर गांव में केमिकल फैक्ट्री के सामने एक किराए के मकान में बंद कमरे से 28 वर्षीय अनिल कुमार शुक्ला की सड़ी-गली लाश बरामद हुई है। इस खौफनाक हत्याकांड ने न केवल स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया, बल्कि एक ऐसी मर्डर मिस्ट्री को जन्म दिया है, जिसमें सस्पेंस, साजिश और विश्वासघात की परतें एक के बाद एक खुल रही हैं। लेकिन इस लाश से ज्यादा खौफनाक है उसके पिता की चीख, जिसने बहू रिंकी पर सीधे कत्ल का इल्जाम जड़ दिया है। यहां सवाल उठता है कि क्या रिंकी ने अपने पति की हत्या की साजिश रची, या फिर इसके पीछे कोई और गहरी साजिश है?
10 जून को, जैसे ही घर से बदबू उठी, पड़ोसियों के कान खड़े हो गए। दरवाजा बंद था, कोई जवाब नहीं। अंदर से आती लाश की दुर्गंध ने पुलिस और परिजनों को बुला लिया। दरवाजा तोड़ा गया तो सामने थी 28 वर्षीय अनिल कुमार शुक्ला की बेजान लाश – हालत ऐसी कि पहचान पाना भी मुश्किल।
अपने घर से कुछ ही दूरी पर किराए के मकान में रहता था अनिल। पत्नी रिंकी तिवारी से बढ़ते झगड़ों के चलते उसने यह किराए का ठिकाना चुना था। और यहीं पर उसकी मौत, या कहें हत्या, हो गई। जैसा अनिल के पिता का आरोप है। पिता नरेंद्र का आरोप कि बहू ने मेरे बेटे को मार डाला।
पहले मेरे बेटे को मुझसे दूर किया और फिर उसे मार डाला दरवाजा बंद करके उसके शव को सड़ा दिया और अब पूरे मोहल्ले और पुलिस को झूठी कहानियों में उलझा रही है।
उन्होंने तहरीर में रिंकी तिवारी, उसके पिता रक्षा राम तिवारी और भाई को हत्या की साजिश में शामिल बताया है।
नरेंद्र ने बताया कि अनिल की पहली पत्नी की सात साल पहले रहस्यमयी मौत हो गई थी, जिसके बाद अनिल ने पांच साल पहले रिंकी तिवारी से दूसरी शादी की। इस शादी से उनका एक बेटा भी है, लेकिन शादी के बाद से ही अनिल और रिंकी के बीच विवादों का सिलसिला शुरू हो गया था। रिंकी की जिद के चलते अनिल अपने परिवार से अलग होकर किराए के मकान में रहने लगा था। नरेंद्र का दावा है कि रिंकी ने अपने मायके वालों के साथ मिलकर अनिल की हत्या की और लाश को कमरे में बंद कर फरार हो गई।पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पी एम के लिए भेज दिया। और जांच जारी है।
हिन्दी संवाद न्यूज से
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know