उतरौला बलरामपुर - विकास खण्ड उतरौला अन्तर्गत ग्राम पंचायत बरम भारी में कोटेदार चयन को लेकर ग्रामीणो ने उपजिलाधिकारी उतरौला को एक प्रार्थना पत्र देकर पुनः चुनाव कराने की मांग की है।
पत्र के माध्यम से ग्रामीणो ने यह आरोप लगाया गया कि बिना किसी सुचना के आधार पर कोटेदार का चुनाव कराकर चयन कर किया गया है जिसमें भावी प्रत्याशियों का कहना कि ग्राम प्रधान और ग्राम पंचा यत सचिव व नोडल अधिकारी के मिली भगत से यह चुनाव कराया गया है नाराज ग्रामीणो ने कहा है कि कोटेदार चयन के चुनाव में कुल चार भावी प्रत्याशियों ने अपना नामांकन किया था। जिसमें शिवलाल यादव, भरत लाल मिश्रा, जेद खान, गंगेश्वर लाल मिश्रा, के द्वारा यह चार प्रत्याशियों में से गंगेश्वर लाल मिश्रा का पर्चा खारिज हो गया था। जिसमें तीन प्रत्याशियों कोटेदार के चुनाव में प्रत्याशी बनने के लिए गये थे, ग्रामीणो ने यह आरोप लगाया कि जब तीन ही प्रत्याशी बनाए गए थे, तो अचानक कैसे ही चौथे प्रत्याशी का चयन हो गया। जिससे चौथे प्रत्याशी अजीजुर्रहमान के पक्ष में वोटरों को डरा धमका कर जबरदस्ती वोट डालने को कहा गया। ग्रामीणों का आरोप है कि नोडल अधिकारी ने खुद अपने हाथों से वोट डाला है। ग्रामीणों ने नोडल अधिकारी और पंचायत सचिव कि भुमिका पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है, तब ग्रामीणो ने इस की शिकायत उपजिला धिकारी उतरौला और विकास खण्डअधिकारी उतरौला को एक प्रार्थना पत्र दिया है।और कहा कि सभी प्रत्याशियों व ग्रामीणो ने इस चुनाव का विरोध करते हुए कहा कि कोटे दार का चयन दुबारा कराया जाए। इस अवसर पर जमुरता, सोहरता, सफीकुन निशा,तशरिफुन निशा, मुख्तार, हरी राम, हफीज शान्ति देवी कैलाश वती, आशिक अली, मानती देवी, गुलाम मोहम्मद, मंजू देवी, संतोष कुमार, सहित सैकड़ों लोगों ने इस चुनाव का खण्डन करतें हुए अपनी नारा जगी जताई।
हिन्दी संवाद न्यूज से
असगर अली की खबर
उतरौला बलरामपुर।
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