Sandeep Journalist (पत्रकार)

अंबेडकरनगर। जहांगीरगंज थाना क्षेत्र में गोवंश तस्करी और वध की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।  मामला सोलहवां गांव के बाहर स्थित एक कुएं में मिले आधा दर्जन से अधिक गोवंश के सिर के कंकालों का है, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है।

स्थानीय लोगों को उम्मीद थी कि पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच करेगी और दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा। लेकिन इसके विपरीत, जहांगीरगंज पुलिस ने न केवल मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया, बल्कि कुएं को जेसीबी से मिट्टी भरकर बंद कर दिया, जिससे सभी संभावित सबूत नष्ट हो गए।


सूत्रों का कहना है कि इस क्षेत्र में लंबे समय से गोवंश तस्करी और गोकशी का अवैध धंधा फल-फूल रहा है, जिसमें कुछ प्रभावशाली लोगों का संरक्षण भी शामिल है। पुलिस की इस संदिग्ध कार्रवाई ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं—

  • क्या पुलिस तस्करों को बचाने की कोशिश कर रही है?
  • क्या सबूत मिटाकर मामले को रफा-दफा किया जा रहा है?
  • अब तक किसी उच्चाधिकारी ने जांच के आदेश क्यों नहीं दिए?

विडंबना यह है कि एक ओर सरकार जल संरक्षण पर जोर दे रही है, वहीं दूसरी ओर पुलिस एक रहस्यमयी कांड को दफनाने के लिए कुएं को ही मिट्टी से भर रही है। स्थानीय लोग अब निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेगा, या फिर यह भी अन्य मामलों की तरह दबा दिया जाएगा?

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