*सरकार के करोड़ों रुपये खर्च, स्वच्छ जल के बूंद को तरस रही हजारों की आबादी*



फोटो:- ग्राम पंचायत राजा रेहुआ खराब पड़ी पानी टंकी



 बहराइच / ब्यूरो। ग्राम पंचायतों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सरकार की ओर से करोड़ों रुपए बजट खर्च कर केंद्र सरकार ने ग्राम पंचायतों में पानी टंकी का निर्माण कराया गया है। उसके बाद ग्रामीणों को पेयजल कनेक्शन भी दिया गया। कुछ दिन पानी टंकी का संचालन होने के बाद पानी टंकी बंद हो गई। अब पानी टंकी झाड़ झंकार में तब्दील हो गई है। जिससे गाँव के लोग आर्सेनिक युक्त पानी पीने को मजबूर है। दूषित पानी का उपयोग कर ग्रामीण जल जनित बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। 

केंद्र सरकार ने ग्रामीणों को गाँव में ही स्वच्छ पेयजल मिल सके, इसके लिए प्रदेश सरकार के माध्यम से गाँवों में पानी टंकी का निर्माण करवाया है। एक पानी टंकी निर्माण और पाइप लाइन बिछाने पर तीन से चार करोड़ रुपये का खर्च आया है। लेकिन करोड़ों खर्च होने के बाद भी ग्राम पंचायतों में पानी टंकी सफेद हाथी साबित हो रही हैं। 
कुछ यही हाल विकासखंड फखरपुर के ग्राम पंचायत राजा रेहुआ का है। यहाँ ईदगाह के निकट लगभग 6 वर्ष पूर्व बनी टंकी पूरी तरह से बंद पड़ी है। ग्रामीण हरि शंकर ओझा, जितेंद्र सिंह,(ऋषि) रमा शंकर ओझा, सज्जन सिंह, वेंकटेश ओझा, उमेश पांडे आदि ग्रामीणों ने पानी टंकी के संचालन की माँग की है। 


फोटो:- हरि शंकर ओझा स्थानीय ग्रामीण। 


स्थानीय ग्रामीण हरि शंकर ओझा ने बताया कि हम लोग स्वच्छ पेयजल के लिए परेशान हैं, जिम्मेदार लोगों से अपील करते हैं कि जल्द से जल्द स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की जाय।


 ग्रामीण सज्जन सिंह ने बताया कि हम लोग गंदा पानी पीकर पीलिया और गैस जैसी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं।


फोटो:- सज्जन सिंह स्थानीय ग्रामीण। 




 ग्रामीण अजीत सिंह ने बताया कि हैंड ओवर के नाम पर जलकल वसूली भी की गयी थी, बावजूद इसके टंकी का संचालन नहीं हो सका है।