जौनपुर। दबंगों ने सेना के जवान की जमीन पर किया कब्जा 

जौनपुर। देश की सरहद की रक्षा करने वाला जवान अपने घर की जमीन सुरक्षित नहीं कर सका। 70 वर्षीय बीमार पिता न्यायालय का स्थगन आदेश लेकर दौड़ता रहा और दबंगों ने उनकी जमीन को कब्जा कर लिया। इकलौते बेटे को देश की रक्षा में भेजने वाला फौजी का पिता न्याय नहीं मिलने से अन्दर से टूट चुका है और वह अब आत्महत्या करने की बात कह रहें है।
           
जलालपुर थाना क्षेत्र के दुबेपुर (छतौना) गांव का प्रकरण है। बताया गया कि फौजी कृष्ण कुमार दुबे के पिता राममणि और शेषमणि दो भाई हैं। पिता के मृत्यु के बाद सड़क के किनारे मौजूद 18 विस्वा जमीन में दोनों भाइयों का आधा-आधा हिस्सा बनता है। हिस्सेदारी को लेकर उपजिलाधिकारी केराकत के न्यायालय में मुकदमा भी चल रहा है और मुकदमें में स्थगन आदेश भी पारित है। उसके बाद भी बीते दो जुलाई को विपक्षी 40 -50 लेबर, मिस्त्री लगाकर और 8-10 दबंगों को खड़ा करके फौजी की जमीन पर कब्जा कर लिया और बचे जमीन को भी कब्जा करने के फिराक मे है। इस समय फौजी देश की सरहद पर तैनात है, उसी का फायदा उठाकर जमीन को कब्जा किया गया। यह भी बताया गया कि विपक्षी शेषमणि अपने हिस्से की जमीन अपने बहु वंदना के नाम बैनामा कर दिया है। बैनामे में चैहद्दी सड़क की तरफ दिखाकर तरमीम करा लिया और खतौनी के आधार गुपचुप तरिके से दीवानी न्यायालय से एक पक्षी आदेश पारित करा लिया है। उक्त आदेश को पुलिस को दिखाकर वह निर्माण कार्य कर रहा है। पीड़ित राममणि ने बताया कि विपक्षी के आदेश में न्यायालय ने यह स्पष्ट कहा है कि यदि किसी सक्षम न्यायालय का आदेश रहेगा तो यह आदेश प्रभाव में नहीं रहेगा और मेरे पास एसडीएम कोर्ट का स्थगन आदेश है और एसडीएम कोर्ट जमीन का एक सक्षम न्यायालय है। जिससे विपक्षी का आदेश स्वतः समाप्त हो जाता है। यही बात पुलिस को पिछले चार-पांच दिन से समझने का प्रयास कर रहा हूं परंतु पुलिस समझने को तैयार नहीं है। इस मामले में एसडीएम केराकत सुनील कुमार भारती ने पीड़ित को न्याय दिलाने की बात कहीं है।

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