राजकुमार गुप्ता 
मथुरा। एक मच्छर...आदमी को...! एक मच्छर। किसी मूवी में कलाकार नाना पाटेकर का डायलॉग आज पॉपुलर ही नहीं सम्भवतः सार्थक सिद्ध हो रहा है। 
देहात में मच्छरों का प्रकोप लोगों का जीना दुष्कर्म दुश्वार कर रहा है। न दिन में चेन मिल रहा है न रात में आराम। पिछले एक दशक में गांवों में गंदगी का आलम पैर पसार चुका है। जगह जगह बहते गंदे पानी के नाले, शौचालयों की गंदगी मच्छरों की आबादी को बढ़ावा दे रही है। बरसाना, संकेत, गाजीपुर, आजनोक, ऊंचागाँव, चिकसोली, मानपुर,रूपनगर, बरसाना देहात,नंदगांव,फरह,
महुअन, झंडीपुर,कुरकन्दा,  बलरई, बरारी, सनोरा, दौलतपुर, हथियाबलि , बेरी, ओल समेत दर्जनों गांवों में ग्रामीणों के लिए वर्तमान में एक एक बड़ी समस्या है। कहीं कहीं हालात विकराल हैं। पंखा, कूलर चलते रहने के बाद भी ये सोने नहीं दे रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि स्वास्थ्य विभाग गांवों में मच्छर मारक दवा का छिड़काव कराए और नगर पंचायत और ग्राम पंचायत फॉगिंग कराए तब तो कुछ समय के लिए सकू मिल सकता है। अन्यथा रात करवट बदल बदल कट रही है।

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