वाराणसी मंडल की आरपीएफ ने रेल लाइन किनारे रखीं पटरियों, रेलवे के केबल आदि संपत्तियों को चुरा कर बेचने वाले अंतरप्रांतीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के सक्रिय सदस्य और बलिया में सिकंदरपुर क्षेत्र के हरदिया निवासी पूर्व फौजी रणविजय सिंह को गिरफ्तार किया गया है। रणविजय ने अपने गिरोह की मदद से सवा करोड़ रुपये की संपत्ति बेच डाली है। गिरोह का सरगना पटना का है जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त डॉ. अभिषेक ने लहरतारा स्थित कार्यालय में शुक्रवार को बताया कि इस गिरोह का नेटवर्क यूपी, बिहार, झारखंड के रेलवे स्टेशनों, यार्ड, रेलवे लाइन किनारे सक्रिय है। दानापुर, भागलपुर, कहलगांव, बगहा, मुजफ्फरपुर, नौगछिया, कादीपुर समेत कई रेलवे स्टेशनों पर चोरी में इस गिरोह की संलिप्तता मिली है।डॉ. अभिषेक के मुताबिक पूर्व फौजी फर्जी सिम के जरिये गिरोह में शामिल शातिर चोरों को चोरी के लोकेशन बताता था। चोरी के बाद उनको सुरक्षित बचाते हुए माल समेत पटना पहुंचवाता था। पटना में ही चोरी के सामान बेचे जाते रहे हैं।

ऐसे पकड़ा गया पूर्व फौजी
सिटी रेलवे स्टेशन की आरपीएफ इंस्पेक्टर अंजु लता व उनकी टीम ने कादीपुर स्टेशन यार्ड से डीसीएम और हाइड्रा के माध्यम से रेल लाइन चोरी करने के प्रयास में दोनों वाहनों के चालकों को गिरफ्तार किया था। उनकी पूछताछ में रणविजय सिंह का नाम सामने आया।

तब मंडल की सीआईबी के निरीक्षक अभय कुमार राय के नेतृत्व में टीम गठित की गई। गिरफ्तारी करने वाली टीम में उप निरीक्षक सुधीर राय, मनिंद्र यादव, हेड कांस्टेबल विनोद सिंह, जनार्दन यादव, सिपाही प्रभात मिश्रा थे।

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