अलविदा की नमाज शांति पूर्वक सम्पन्न नमाजियों से भरी रही मस्जिदें 




उत्तर प्रदेश जिला बहराइच रमजान के आखिरी जुमा अलविदा  की  नमाज स्थानीय मरकजी हज्जिन मसजिद में अकीदत के साथ अदा की गई नमाजियों की भीड़ उमड़ी पडी । मसजिदों के बाहर और छतों पर भी नमाज पढ़ने की व्यवस्था की गई । इस दौरान नमाजियों से खिताब करते हुए खतीब मौलाना जैनुल आब्दीन कास्मी ने अलविदा की नमाज के दौरान  रोजा, फितरा, जकात के संबंध में जानकारी देते हुए तफ्सील से बयान किया । इसके साथ ही  मुल्क की खुशहाली, भाईचारे और अमन चैन की दुआ की गई। आगामी ईद की खुशियों में सभी को शरीक होने की अपील की गई । खतीब मौलाना जैनुल आब्दीन कास्मी ने अपनी तकरीर में कहा कि रमजान के महीने के दौरान रोजेदारों में भूख, प्यास समेत हर तरह की सख्ती बर्दाश्त करने की आदत हो जाती है। रमजान का मकसद यह है कि लोग दूसरों की तकलीफों को समझें। अपने कूबत के हिसाब से दूसरों की मदद  करते रहें जिससे इस खुशी के मौके पर कोई भी मजलूम जरूरी चीजों से वंचित न रहे। लोग फितरा-जकात जरूर निकालें। खतीब ने इसकी अहमियत पर  बयान में कहा कि यदि आपका पड़ोसी या रिश्तेदार गरीब हो और वह शर्म की वजह से अपनी तकलीफ का इजहार न कर सके तो फर्ज बनता है किसी भी तरह से  उसकी मदद करें । हर इंसान के लिए रहम दिल व नेक नीयती जरूरी है और फितरा ईद की नमाज से पहले दें।  जिस तरह रमजान में इबादत की है उसी तरह पूरे साल करें । मरकजी हज्जिन मस्जिद में अलविदा की नमाज पेश इमाम हाफिज वासित अहमद ने बाजार वाली मस्जिद में हाफिज मकबूल ने व जामा मस्जिद में हाफिज अम्मार अहमद नूरी ने अलविदा की नमाज अदा कराई  इसी तरह क्षेत्र के करीब 2 दर्जन से अधिक गांव के मस्जिदों में रमजान के आखिरी जुमे पर अलविदा की नमाज अदा की गई | इस मौके पर सकुशल अलविदा की नमाज  सम्पन्न कराने के लिए उपजिलाधिकारी नानपारा  अजीत परेश व स्थानीय थाना प्रभारी निरीक्षक रामसमुझ प्रभाकर पुलिस बल के साथ कस्बा नवाबगंज व क्षेत्र के सभी मस्जिदों पर मुस्तैदी के साथ गस्त करते रहे।

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