आलापुर महोत्सव विविधता में एकता का परिचायक

             गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरों
अंबेडकरनगर। आलापुर महोत्सव एक भारत श्रेष्ठ भारत और विविधता में एकता का परिचायक है। महोत्सव के जरिए जिन प्रतिभाओं का सम्मान किया गया, वह अपने आप में अतुलनीय है। यह विचार पंडित राम लखन शुक्ल राजकीय पीजी कॉलेज आलापुर के प्राचार्य डॉ. जेबी सिंह ने आलापुर महोत्सव के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि प्रकट किए। उन्होंने कहा कि महोत्सव के जरिए क्षेत्रीय प्रतिभाओं को अपनी कला को प्रदर्शित करने का अवसर मिला है। यह अपने आप में महोत्सव का सफलतम आयाम है।मुख्य अतिथि ने आयोजन समिति की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से क्षेत्र के युवाओं को एक नया आयाम मिलने की पूरी संभावना है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. पूनम राय ने कहा कि आलापुर महोत्सव से युवाओं को अपनी कला व संस्कृति को प्रस्तुत करने का मौका मिला। यह उनके लिए बड़ी उपलब्धि है। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण कर किया। वहीं अपराह्न बाद शुरू हुए कार्यक्रमों का शुभारंभ विधायक अनीता कमल ने किया। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव युवाओं के लिए वरदान साबित होगा। आगे चलकर यह महोत्सव अपनी भव्यता के जरिए पूरे देश में प्रसिद्ध होगा।महोत्सव के दूसरे दिन सोमवार को रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इसमें मुख्य रूप से टैलेंट हंट की ओर से आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के बच्चों को पुरस्कृत कर उनका मान बढ़ाया गया। बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिसकी खूब सराहना भी हुई। कई युवा गायकों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया तो कई युवाओें ने अपनी डांस कला को प्रदर्शित कर सभी का ध्यान अपनी तरफ आकृष्ट कराया।
महोत्सव समिति के अध्यक्ष आर्य हरीश कौशलपुरी ने कहा कि यह महोत्सव ग्रामीण क्षेत्र के कलाकारों के लिए वरदान साबित होगा। युवाओं को अपनी कला का प्रदर्शन कर आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त होगा। महोत्सव में क्षेत्रीय लोग बड़ी संख्या में प्रतिभाग कर रहे है। आयोजन समिति से जुड़े राजेश पांडेय ने बताया कि महोत्सव के अंतिम दिन समाज में बेहतर कार्य करने वाले नागरिकों को सम्मानित किया जाएगा।

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