मथुरा || हमारे देश मे बड़ी धूमधाम से मनाया जाने वाला त्योहार दीपा वली का प्रारंभ धनतेरस से हो जाता है धनतेरस पूजा छोटी दीवाली से एक दिन पहले मनाते है धनतेरस पूजा को धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है इस दिन कोई भी सामान लेना शुभ माना जाता है हिन्दू धर्म मे दीपावली का पर्व बड़े हर्सोल्लास के साथ मनाया जाता है जो आयुर्वेद के देवता का जन्म दिवस के रूप में भी मनाया जाता है मान्यता है कि इस दिन कोई भी किसी को उधार नही देता है और इसी ही दिन लक्ष्मी कुबेर की पूजा के साथ साथ यमराज की भी पूजा की जाती है पूरे वर्ष में मात्र एक यही वही दिन है जब मृत्यु के देवता यमराज की पूजा होती है 
विशेष 
इस दिन क्या खरीदे और क्या न खरीदे
धनतेरस पर मान्यता अनुसार चांदी की वस्तु खरीदने विशेष महत्व है अगर व्यक्ति पर सम्भव न हो तो कोई भी स्टील का बर्तन जरूर खरीदे इसके पीछे ये कारण  माना जाता है चांदी को चंद्रमा का प्रतीक माना गया है जो शीतलता प्रदान करता है और मन मे संतोष रूपी धन का वास होता है संतोष को सबसे बड़ा धन कहा गया है जिनके पास ये संतोष रूपी धन है वह स्वस्थ्य है सुखी है धनवान है 
धनतेरस पर विशेष ध्यान रखे कि कांच के बने सामान न खरीदे काँच मे राहु का वास होता है और न ही लोहै का कोई बर्तन ले ।
घर मे लक्ष्मी के आगमन के लिए नारियल की सीख वाली झाड़ू उस दिन अपने घर जरूर लेकर आये । इस दिन कार्तिक स्नान के बाद सायंकाल में मंदिर गोशाला तुलसीजी ,यमुना के किनारे दीपदान अवश्य करना चाहिए इससे अक्षय पुण्य फल की प्राप्ति होती है

राजकुमार गुप्ता 

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