वित्तीय साक्षरता, डिजिटल दक्षता और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता ग्रामीण उत्तर प्रदेश
सक्षम सेंटर बने महिला सशक्तिकरण का आधार
आर्थिक आत्मनिर्भरता की खुली नयी राह
ग्रामीण महिलाओं को मिल रहा नया अवसर
महिला सशक्तिकरण की नई मिसाल: यूपी में सक्षम सेंटर बन रहे परिवर्तन के केंद्र
ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक उत्थान की दिशा में मील का पत्थर हैं सक्षम सेंटर
लखनऊ: 15 अक्टूबर, 2025
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल मार्गदर्शन मंे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर व स्वावलंबी बनाने के अभिनव प्रयास किया जा रहे हैं। स्वयं सहायता समूहो से जुड़ी महिलाओ को विभिन्न गतिविधियों से जोड़कर उन्हें आर्थिक, शैक्षिक व सामाजिक रूप से सशक्त व मजबूत बनाया जा रहा है, इसी दिशा में सी एल एफ स्तर पर सक्षम सेंटरो की स्थापना की जा रही है।
“सक्षम सेंटर ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर सिद्ध हो रहे हैं। इन केंद्रों के माध्यम से महिलाएँ न केवल आत्मनिर्भर बन रही हैं, बल्कि अपने परिवार और समुदाय को भी आर्थिक रूप से सशक्त बना रही हैं।”
महिला सशक्तिकरण एवं वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (न्च्ैत्स्ड) के तहत प्रदेश के सीएलएफ (ब्सनेजमत स्मअमस थ्मकमतंजपवद) स्तर पर “सक्षम सेंटर” की स्थापना की जा रही है।
अब तक प्रदेश में लगभग 1900 सक्षम सेंटर स्थापित किए जा चुके हैं। इन सेंटरों के प्रभावी संचालन हेतु कुल 4695 थ्पदंदबपंस स्पजमतंबल ब्वउउनदपजल त्मेवनतबम च्मतेवद (थ्स्ब्त्च्) की नियुक्ति की गई है, जो ग्रामीण महिलाओं को वित्तीय, डिजिटल एवं उद्यमिता संबंधी प्रशिक्षण प्रदान कर रही हैं।
सक्षम सेंटरों का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को वित्तीय साक्षरता, बैंकिंग सेवाओं की पहुँच, सरकारी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी, डिजिटल लेनदेन, और स्वरोजगार के अवसरों से जोड़ना है। इन सेंटरों के माध्यम से प्रशिक्षित महिलाएँ अपने समुदाय में बी.सी. सखी, डिजिटल सेवा प्रदाता एवं सूक्ष्म उद्यमी आदि के रूप में कार्य कर रही हैं, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहा है।
न्च्ैत्स्ड की मिशन निदेशक श्रीमती दीपा रंजन ने बताया कि, आगामी समय में प्रदेश के सभी ब्स्थ् स्तरों पर सक्षम सेंटरों की स्थापना व (थ्स्ब्त्च्) की तैनाती किये जाने की दिशा मे कार्य किया जा रहा है, जिससे वित्तीय समावेशन और अधिक गति प्राप्त करेगा तथा ग्रामीण महिलाएँ नए भारत की सशक्त भागीदार बनेंगी।
न्च्ैत्स्ड के इस अभिनव प्रयास से प्रदेश की हजारों महिलाएँ आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर, जागरूक एवं सशक्त बन रही हैं। सक्षम सेंटर न केवल प्रशिक्षण के केंद्र हैं, बल्कि महिलाओं के आत्मविश्वास और स्वावलंबन की दिशा में एक ठोस कदम साबित हो रहे हैं।

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