मुख्यमंत्री अयोध्या में नगर निगम के द्वितीय कार्यकाल के दो वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुए

अयोध्या की 50 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 92 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया

मुख्यमंत्री ने श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर तथा श्री हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन किया

मुख्यमंत्री ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर चौधरी चरण सिंह घाट पर ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अन्तर्गत वृक्षारोपण किया

अयोध्या धाम में 22 जनवरी, 2024 को प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से 500 वर्षां की प्रतीक्षा के उपरान्त मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ : मुख्यमंत्री

आज अयोध्या धाम में भव्य श्रीराम दरबार एवं नवनिर्मित 06 मन्दिरों में प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ

आज गंगा दशहरा और सरयू महोत्सव के आयोजन के साथ ही अयोध्या के विकास, पर्यावरण तथा अयोध्या नगर निगम के द्वितीय कार्यकाल के 02 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम से जुड़ने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा

माँ सरयू से भगवान श्रीराम का जो संवाद और सम्बन्ध रहा, वह प्रत्येक व्यक्ति जानता, उन्होंने अयोध्या की पहचान माँ सरयू से की

आज माँ गंगा के अवतरण का दिवस, भगवान श्रीराम के पूर्वज महाराज भगीरथ की तपस्या के परिणामस्वरूप माँ गंगा इस धरा धाम पर अवतरित होकर हम सबके कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रही

जो काम कभी भगीरथ ने किया था, माँ गंगा की अविरलता और निर्मलता को बनाये रखने के लिए नमामि गंगा परियोजना के माध्यम से वह काम इस युग में प्रधानमंत्री जी कर रहे

क्लाइमेट चेंज की समस्या का समाधान करने, सृष्टि की रक्षा तथा पर्यावरण के बचाव के लिए ‘एक पेड़ माँ के नाम’ लगाना अत्यन्त आवश्यक

प्रदेश में 23 जून को डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर जनसहभागिता से बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा

मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली अयोध्या नगर निगम की महिला कार्मिकों को सम्मानित किया, नगर निगम की पुस्तिका ‘सेवा के अद्भुत दो वर्ष’ का विमोचन किया

लखनऊ : 05 जून, 2025

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि अयोध्या धाम में 22 जनवरी, 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कर-कमलों से 500 वर्षां की प्रतीक्षा के उपरान्त मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ था। उस समय देश और दुनिया के सभी सनातन धर्मावलम्बी अभिभूत थे। 500 वर्षां की जड़ता को दूर करते हुए भारत का वैभव अयोध्या धाम में पुनर्स्थापित हुआ। इसी क्रम में आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि आज अयोध्या धाम में भव्य श्रीराम दरबार एवं नवनिर्मित 06 मन्दिरों में प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ है।
मुख्यमंत्री जी आज अयोध्या में नगर निगम अयोध्या के द्वितीय कार्यकाल के दो वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने अयोध्या की 50 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 92 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने अयोध्या नगर निगम की पुस्तिका ‘सेवा के अद्भुत दो वर्ष’ का विमोचन किया। मुख्यमंत्री जी ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली अयोध्या नगर निगम की महिला कर्मचारियों को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्हें आज गंगा दशहरा और सरयू महोत्सव के आयोजन के साथ ही अयोध्या के विकास, पर्यावरण तथा अयोध्या नगर निगम के द्वितीय कार्यकाल के 02 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम से जुड़ने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। माँ सरयू से भगवान श्रीराम का जो संवाद और सम्बन्ध रहा है, वह प्रत्येक व्यक्ति जानता है। उन्होंने अयोध्या की पहचान माँ सरयू से की। हजारों वर्षां की परम्परा के रूप में हमें इस देव नदी के दर्शन प्राप्त होते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज माँ गंगा के अवतरण का दिवस भी है। भगवान श्रीराम के पूर्वज महाराज भगीरथ की तपस्या के परिणामस्वरूप माँ गंगा इस धरा धाम पर अवतरित होकर हम सबके कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रही हैं। गंगोत्री से गंगा सागर तक गमन करने वाली अविरल और निर्मल माँ गंगा न केवल उत्तर प्रदेश व उत्तर भारत, बल्कि देश और दुनिया का पेट भर रही हैं। माँ गंगा के कारण ही भरपूर अन्न उत्पादित करने वाली यह भूमि दुनिया की सबसे उर्वरा भूमि बन पायी है। जो काम कभी भगीरथ ने किया था, माँ गंगा की अविरलता और निर्मलता को बनाये रखने के लिए नमामि गंगा परियोजना के माध्यम से वह काम इस युग में प्रधानमंत्री जी कर रहे हैं। वर्ष 2014 से पूर्व पिछली सरकारों के अवैज्ञानिक विकास ढांचे के कारण गंगा जी प्रदूषित हो गयी थीं। नगरों का सीवेज, ड्रेनेज तथा औद्योगिक कचरा गंगा और उसकी सहायक नदियों में गिरता था। नमामि गंगे परियोजना के माध्यम से इसको नियंत्रित किया गया। अब गंगा जी की धारा अविरल और निर्मल है। प्रयागराज महाकुम्भ-2025 इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज की त्रिवेणी के संगम में स्नान कर अभिभूत हुए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज दुनिया विश्व पर्यावरण दिवस मना रही है। क्लाइमेट चेंज की समस्या का समाधान करने, सृष्टि की रक्षा तथा पर्यावरण के बचाव के लिए ‘एक पेड़ माँ के नाम’ लगाना अत्यन्त आवश्यक है। प्रधानमंत्री जी ने पर्यावरण को बचाने हेतु पेड़ों का महत्व दर्शाने के लिए पेड़ों का सम्बन्ध माँ के साथ जोड़ा है। यदि 144 करोड़ भारतवासी एक साथ एक पेड़ माँ के नाम लगाना प्रारम्भ कर दें, तो पर्यावरण संकट कभी नहीं आएगा। हमें पर्यावरण को क्षति नहीं पहुंचानी चाहिए। पर्यावरणविदों तथा शासन-प्रशासन द्वारा समय-समय पर दिये गये निर्देशों व कानूनों का पालन करना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज उन्हें वन विभाग के सहयोग से लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पर आज प्रातःकाल बेल का पेड़ लगाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। अयोध्या धाम में सरयू के तट पर पुष्प वाटिका में पीपल, पाकड़, नीम और नवग्रहों के पेड़ लगाने का अवसर प्राप्त हुआ। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेशवासियों से एक पेड़ माँ के नाम लगाने की अपील की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश में एक विधान, एक प्रधान, एक निशान ही रहेगा। यह उद्घोष भारत माता के महान सपूत डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने किया था। डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कश्मीर को बचाने के लिए स्वयं का बलिदान दे दिया। उनके बलिदान दिवस 23 जून को जनसहभागिता के साथ बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। आज वन विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 01 से 07 जुलाई के बीच प्रदेश के वन विभाग के नेतृत्व में प्रदेश के हर जनपद में एक नदी को पुनर्जीवित करने का लक्ष्य रखा गया है। नदियों के तटवर्ती क्षेत्रों तथा हाई-वे व एक्सप्रेस-वे के किनारे भी वृक्षारोपण किया जाएगा। उत्तर प्रदेश को पर्यावरण प्रदूषण की समस्या से मुक्त किया जाएगा। आने वाली पीढ़ियों को हरा-भरा वातावरण प्रदान कर सुखद और मंगलमय जीवन प्रदान करने की कामना के साथ इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने अयोध्या नगर निगम के द्वितीय कार्यकाल के सफलतम दो वर्ष पूर्ण होने पर अयोध्या के महापौर, पार्षदों तथा नगर निगम कर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि यहां के महापौर ने अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर अयोध्या के विकास के लिए बेहतरीन कार्य किये हैं। आज यहां पर 30 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 33 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ है। नगर निगम की 03 महिला कार्मिकों का उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया है। नगर निगम तथा विकास प्राधिकरण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मियों को प्रदेश सरकार सम्मानित करने का कार्य करती रहेगी।
अब दिखता है कि अयोध्या भगवान श्रीराम की अयोध्या है। रामायण में अयोध्या के जिन मार्गां की चर्चा की गयी है, वह चर्चा आज की अयोध्या की प्रतीत होती है। महर्षि वाल्मीकि व संत तुलसीदास ने अयोध्या के भव्य और दिव्य रूप की व्यापक परिकल्पना की थी। हजारों वर्षां के पश्चात अयोध्या का वही भव्य और दिव्य रूप आज साक्षात देखने को मिल रहा है। अयोध्या में साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था है। यहां वाटर ए0टी0एम0 कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के विजन को 4-लेन और 6-लेन की सड़कों के साथ जोड़ने का काम अयोध्या धाम में हुआ है। रामजी की पैड़ी का विस्तार हुआ है। रामजी की पैड़ी पर अब जल सड़ता नहीं है, बल्कि एक ओर से आता है और वापस सरयू जी में चला जाता है। आज अयोध्या में इण्टरनेशनल एयरपोर्ट है। अयोध्या देश और दुनिया से जुड़ने की सामर्थ्य रखता है। अयोध्या के मन्दिर, सूरजकुण्ड, गुप्तार घाट, नया घाट तथा रामजी की पैड़ी नये रूप में देश-दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। पहले यहां बहुत कम श्रद्धालु आते थे। गत वर्ष यहां 16 करोड़ श्रद्धालु आये। हमें उसके अनुरूप स्वयं को तैयार करना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने अयोध्यावासियों से अपील करते हुए कहा कि वह जनप्रतिनिधियों तथा जिला प्रशासन के साथ मिलकर अयोध्या धाम की किसी नदी को पुनर्जीवित करें। यहां वृक्षारोपण के बड़े कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। गुप्तार घाट से नया घाट तक तटबन्ध के दूसरी ओर व्यापक वृक्षारोपण का कार्य किया जा सकता है। जिस क्षेत्र में नयी अयोध्या का विस्तार हो रहा है, वहां भी वृक्षारोपण किया जाना चाहिए। यहां माँ जानकी जी, भरत जी, लक्ष्मण जी, शत्रुघ्न जी, हनुमान जी, सुग्रीव जी, जामवन्त जी तथा निषादराज जी आदि के नाम पर नगर निगम द्वारा अलग-अलग जगहों पर वाटिकाओं को सिटी फॉरेस्ट के रूप में विकसित करना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मनुष्य के साथ-साथ प्रत्येक जीव-जन्तु को आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त होना चाहिए। यदि यह कार्य होता है, तो हम अनन्त काल तक सुरक्षित पर्यावरण की यात्रा आगे बढ़ाने में सफल होंगे।
इस अवसर पर अयोध्या नगर निगम के कार्यां को दर्शाती एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गयी।
महापौर श्री गिरीशपति त्रिपाठी ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही, पर्यावरण, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 अरुण कुमार सक्सेना सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर तथा श्री हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन किये। मुख्यमंत्री जी ने श्रीराम जन्मभूमि परिसर के प्रथम तल में राम दरबार एवं नवनिर्मित 06 मन्दिरों में विराजमान की गयी भगवान की मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्य सम्पन्न किया। इसके पश्चात उन्होंने चौधरी चरण सिंह घाट पर पुष्प वाटिका में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अन्तर्गत वृक्षारोपण किया।  
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