आज परमेश्वर सिंह मेमोरियल पीजी कॉलेज आनंद नगर महाराजगंज में धूमधाम से मनाई गई अंबेडकर जयंतीमहाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अशोक भारतीय ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था। बाबा साहेब ने अपना जीवन समाज में पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए समर्पित किया। वे एक महान समाज सुधारक और विधि विशेषज्ञ थे, जिन्होंने भारतीय संविधान की रचना में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें उनके कार्यों के लिए 1990 में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती पर कुछ महत्वपूर्ण बातें:-
जन्म:- 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था
संविधान निर्माता:- भारतीय संविधान के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान था
सामाजिक सुधारक:- उन्होंने दलितों और पिछड़ों के अधिकारों के लिए जीवन भर संघर्ष किया
शिक्षा:- उन्होंने बंबई विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स और पॉलिटिकल साइंस में डिग्री ली थी और अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की
बौद्ध धर्म:- उन्होंने 14 अक्टूबर 1956 को अपने कई अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म ग्रहण किया था विज्ञान विभाग के विभाग अध्यक्ष कौशलेंद्र सिंह ने बताया किआज हम अंबेडकर जयंती मनाने और उस व्यक्ति का सम्मान करने के लिए एकत्र हुए हैं जिन्होंने भारत को उसका संविधान दिया - डॉ. बी.आर. अंबेडकर। वह सिर्फ एक नेता नहीं थे, बल्कि एक दूरदर्शी व्यक्ति थे जिन्होंने समानता और न्याय पर आधारित समाज बनाने के लिए अथक प्रयास किया कार्यालय अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया किसमानता दिवस के रूप में भी जाना जाने वाला अंबेडकर जयंती भारत में महिलाओं, श्रमिकों और हाशिए के समुदायों के अधिकारों की वकालत करने के लिए डॉ अंबेडकर के आजीवन समर्पण का सम्मान करता है। उन्होंने सामाजिक भेदभाव को खत्म करने और कानून के तहत सभी नागरिकों के लिए समान अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए अथक प्रयास किया ! बी ए ड् विभाग के प्रवक्ता डाँ समानता दिवस के रूप में भी जाना जाने वाला अंबेडकर जयंती भारत में महिलाओं, श्रमिकों और हाशिए के समुदायों के अधिकारों की वकालत करने के लिए डॉ अंबेडकर के आजीवन समर्पण का सम्मान करता है। उन्होंने सामाजिक भेदभाव को खत्म करने और कानून के तहत सभी नागरिकों के लिए समान अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए अथक प्रयास किया । बी एड् विभाग के प्रवक्ता डॉ मुरली धर जायसवाल ने बताया किभीम राव अंबेडकर ने नारा दिया था कि शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो। इस नारे से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। वे एक महान व्यक्तित्व के धनी होने के साथ-साथ एक महान समाज सुधारक भी थे। डाँ राजेश चौधरी राजेश सिंह शशांक सिंह अश्वनी सिंह जमुना निषाद सुरेश संतोष चंद्रावली भोला मौर्य कार्यालय एवं अध्यापक गण में उपस्थित रहे
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