सी.एम.एस. में मेडिटेशन एवं योग सूत्रों पर कार्यशाला का आयोजन
लखनऊ, 2 फरवरी। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, प्रधान कार्यालय में ट्रांसेंडेंटल मेडिटेशन और योग सूत्रों पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला सम्पन्न हुई। कार्यशाला का संचालन नीदरलैण्ड से पधारे मेडिटेशन एवं योग विशेषज्ञ श्री मैक्स टेन डैम ने किया तथापि सी.एम.एस. प्रबन्धक प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने अपनी उपस्थिति से कार्यशाला की गरिमा को बढ़ाया। इस कार्यशाला में सी.एम.एस. के विभिन्न कैम्पसों में मेडिटेशन प्रोग्राम शुरू करने पर व्यापक विचार-विमर्श हुआ। कार्यशाला में
सी.एम.एस. के सभी 21 कैम्पसों के मनोवैज्ञानिक काउन्सलर्स ने प्रतिभाग कर मेडिटेशन एवं योग के माध्यम से छात्रों के आईक्यू स्तर और एकाग्रता को बढ़ाने, तनाव व चिंता को कम करने एवं आत्मविश्वास व मनोबल को बढ़ाने पर सारगर्भित चर्चा-परिचर्चा की। वास्तव में, यह कार्यशाला
सी.एम.एस. के विभिन्न कैम्पसों में ट्रांसेंडेंटल मेडिटेशन कार्यक्रम शुरू करने की दिशा में पहला कदम थी। ट्रांसेंडेंटल मेडिटेशन एक बहुत ही सरल एवं प्राकृतिक ध्यान प्रक्रिया है, जिसके अन्तर्गत 15 से 20 मिनट तक एकाग्रता के साथ किसी विशिष्ट मंत्र का उच्चारण किया जाता है।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए श्री मैक्स टेन डैम ने कहा कि तथ्य ये है कि हम सभी लोग अपने मन के गहरे स्तर पर आपस में जुड़े हुए हैं, ऐसे में ट्रांसेंडेंटल मेडिटेशन का प्रत्येक व्यक्ति खास कर भावी पीढ़ी पर बहुत ही अच्छा प्रभाव पड़ता है और वे मानसिक रूप से मजबूत होते हैं। श्री टेन डैम ने जोर देते हुए कहा कि जब बड़ी संख्या में लोग एक साथ एक ही समय पर ट्रांसेंडेंटल मेडिटेशन का अभ्यास करते हैं, तो इसका सकारात्मक प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। सामूहिक ध्यान न केवल व्यक्तियों के लिए बल्कि वैश्विक स्तर पर सकारात्मक बदलाव लाने में भी सहायक है, क्योंकि इससे उत्पन्न सकारात्मक ऊर्जा पूरी दुनिया में फैलती है।
सी.एम.एस. प्रबन्धक प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने इस अवसर पर कहा कि सी.एम.एस. के छात्र पहले से ही योग का अभ्यास कर रहे हैं और उनकी दिनचर्या में ध्यान (मेडिटेशन) जोड़ने से उनकी एकाग्रता और समग्र कल्याण को और अधिक बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी में अभूतपूर्व प्रतिभा व क्षमता मौजूद है, ऐसे में ध्यान एवं योग भावी पीढ़ी में सकारात्मक विचारों को बढ़ावा देने का सशक्त माध्यम है।
सी.एम.एस. के हेड, कम्युनिकेशन्स श्री ऋषि खन्ना ने बताया कि सी.एम.एस. अपने छात्रों की सुरक्षा व उनके शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के प्रति अत्यन्त सजग है। सी.एम.एस. के सभी कैम्पसों में प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक काउन्सलर उपलब्ध हैं, जो छात्रों में सकारात्मक विचारों को बढ़ावा देने के साथ ही उन्हें विभिन्न विषयों पर परामर्श प्रदान करते हैं, जिससे की भावी पीढ़ी सफलता के उच्चतम सोपान पर पहुंच सके।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know