विधान सभा अध्यक्ष ने विधान सभा सत्र के सुचारु संचालन
के लिए सभी दलों से सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया
उ0प्र0 विधान सभा में सदस्यगण अवधी, भोजपुरी, बुन्देली व
ब्रज बोलियों में अपनी बात रख सकेंगे तथा सदन की चर्चा का ट्रांसलेशन
इन 04 बोलियों व अंग्रेजी भाषा में किया जाएगा: विधान सभा अध्यक्ष
सदन की उच्च गरिमा और मर्यादा को बनाए रखते हुए गम्भीर चर्चा को
आगे बढ़ाने से लोकतंत्र के प्रति आमजन की आस्था बढ़ती: मुख्यमंत्री
सत्र की शुरुआत 18 फरवरी, 2025 को राज्यपाल जी के अभिभाषण से होगी,
20 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट प्रस्तुत किया जाएगा
उ0प्र0 विधान सभा ने पूरे देश में संसदीय कार्य प्रणाली की नजीर प्रस्तुत की
प्रयागराज महाकुम्भ, अयोध्या व काशी में श्रद्धालुओं के आगमन से प्रदेश की
जी0डी0पी0 में वृद्धि हो रही, यह इकोनॉमी आगे बढ़ाने का एक नया मॉडल
मुख्यमंत्री ने विधान भवन के प्रवेश द्वार एवं भित्ति चित्र का
अनावरण किया, विधान सभा की कार्यवाही का अवधी, ब्रज, भोजपुरी
व बुन्देली बोलियों में अनुवाद के पूर्वाभ्यास का अवलोकन किया
लखनऊ: 17 फरवरी, 2025
उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना ने विधान सभा सत्र के सुचारु संचालन के लिए सभी दलों से सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया है। आज यहां विधान भवन में आहूत एक सर्वदलीय बैठक में उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से ही सदन चलता है। सकारात्मक वातावरण में तार्किक, तथ्यपरक एवं गुणवत्तापूर्ण संवाद से जनसमस्याओं का सार्थक समाधान किया जा सकता है। सदन में उत्तर प्रदेश के सकारात्मक पर्सेप्शन पर चर्चा हो। उत्तर प्रदेश विधान सभा में सदस्यगण अब अवधी, भोजपुरी, बुन्देली व ब्रज बोलियों में अपनी बात रख सकेंगे तथा सदन की चर्चा का ट्रांसलेशन भी इन 04 बोलियों व अंग्रेजी भाषा में किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मार्गदर्शन व वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना के सहयोग से उत्तर प्रदेश विधान सभा अपने नये कलेवर में आप सबके सामने है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा नेता सदन योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि संसदीय परम्परा के अनुसार सत्र की शुरुआत कल 18 फरवरी, 2025 को राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी के अभिभाषण से होगी। इस सत्र में आगामी 20 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट प्रस्तुत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने सत्र के सुचारु संचालन में सत्ता पक्ष के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सदन की उच्च गरिमा और मर्यादा को बनाए रखते हुए गम्भीर चर्चा को आगे बढ़ाने से लोकतंत्र के प्रति आमजन की आस्था बढ़ती है। प्रदेश सरकार राज्य के विकास एवं जनकल्याण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। विधान सभा में सकारात्मक माहौल में चर्चा होनी चाहिए। संसदीय परम्पराओं का पालन करते हुए सभी सदस्यों को अपने सुझावों एवं मुद्दों को सदन में रखना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत वर्षाें में उत्तर प्रदेश विधान सभा ने पूरे देश में संसदीय कार्य प्रणाली की नजीर प्रस्तुत की है। सदन स्वस्थ चर्चा-परिचर्चा के लिए जाना जा रहा है। यह कार्य दलीय नेताओं के सहयोग से सम्भव हुआ है। विधान सभा अध्यक्ष जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विधान सभा में इनोवेशन की श्रृंखला शुरू हुई है। उत्तर प्रदेश विधान सभा देश में ई-विधान लागू करने वाली पहली विधान सभा है। सदन में गैलरी के सुन्दरीकरण, हॉल के नवीनीकरण तथा भित्ति चित्र स्थापित करने जैसे विभिन्न कार्य किये गये हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि समय व परिस्थिति के अनुरूप तकनीक को अपनाते हुए हमें आगे बढ़ना होगा। उत्तर प्रदेश बढ़ेगा तो देश बढ़ेगा। आज उत्तर प्रदेश का पर्सेप्शन चेंज हुआ है। देश व दुनिया के लोग प्रयागराज महाकुम्भ की सराहना कर रहे हैं। 53 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पावन त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। देश के हर जगह से लोग महाकुम्भ आ रहे हैं। यह उत्तर प्रदेश की बदली हुई तस्वीर है, जिसे देश व दुनिया देखना चाहती है। प्रयागराज महाकुम्भ का आयोजन उत्तर प्रदेश के लिए उपलब्धि है। इस पर सकारात्मक चर्चा आगे बढ़नी चाहिए। विगत 22 जनवरी को उत्तर प्रदेश मंत्रिपरिषद की बैठक महाकुम्भ नगर में आयोजित की गयी। मंत्रिपरिषद के सदस्यों ने संगम में स्नान भी किया। देश के विभिन्न राज्यों के मा0 मंत्रिगण व जनप्रतिनिधिगण संगम स्नान के लिए आये हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ, अयोध्या व काशी में श्रद्धालुओं के आगमन से प्रदेश की जी0डी0पी0 में वृद्धि हो रही है। राज्य का पर्यटन क्षेत्र विकास की ओर अग्रसर है। यह इकोनॉमी को आगे बढ़ाने का एक नया मॉडल है, जिसके कारण उत्तर प्रदेश को लाभ प्राप्त हो रहा है और प्रदेश की प्रतिष्ठा में वृद्धि हो रही है। गोरखपुर में डेढ़ से दो लाख श्रद्धालु व चित्रकूट में ढाई से पांच लाख श्रद्धालु प्रतिदिन आ रहे हैं। लोगों में उत्साह व उमंग है। महाकुम्भ से लोग एकता का संदेश लेकर जा रहे हैं। महाकुम्भ की व्यवस्थाओं की नियमित मॉनीटरिंग की जा रही है।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने विधान भवन के प्रवेश द्वार एवं भित्ति चित्र का अनावरण किया। उन्होंने विधान सभा की कार्यवाही का अवधी, ब्रज, भोजपुरी व बुन्देली बोलियों में अनुवाद के पूर्वाभ्यास का अवलोकन भी किया।
संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि पक्ष एवं विपक्ष के सहयोग से ही सदन को सुचारु रूप से चलाया जा सकता है। सभी दलों ने सदन की कार्यवाही के निर्बाध संचालन में सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। यह एक अच्छी परम्परा है।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक भी उपस्थित थे।
बैठक में नेता प्रतिपक्ष समाजवादी पार्टी के श्री माता प्रसाद पाण्डेय, अपना दल (सोनेलाल) के श्री राम निवास वर्मा, राष्ट्रीय लोकदल के श्री प्रदीप कुमार सिंह उर्फ गुड्डू चौधरी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के श्री बेदी, निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल के श्री रमेश सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की श्रीमती आराधना मिश्रा ‘मोना’, तथा जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के श्री विनोद सरोज ने सदन की कार्यवाही के निर्बाध संचालन हेतु अपने-अपने दलों की ओर से पूरा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।
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