महाकुंभ-2025 में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए अरैल एवं झूंसी में पीपीपी मोड पर टेंट सिटी बसायी जायेगी
महाक ुंभ के दिव्य एवं भव्य आयोजन के लिए पर्यटन विभाग ने जोरदार तैयारी की-जयवीर सिंह
लखनऊ: 14 सितम्बर, 2024
महाकुंभ-2025 की मेजबानी के लिए प्रयागराज तैयार है। आस्था की डुबकी लगाने को श्रद्धालुओं में अभी से उत्साह है। चार महीने बाद देश-दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु/पर्यटक संगमनगरी पहुंचेंगे। इसे ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (यूपीएसटीडीसी) सुविधाओं की श्रृंखला विकसित कर रहा है। संगम तट पर अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित टेंट सिटी बसायी जाएगी। श्रद्धालुओं के ठहरने के साथ व्यवस्थित तरीके से स्नान, ध्यान, पूजा-अर्चना की व्यवस्था की जा रही है। आगंतुकों को यहां हेलीकॉप्टर भ्रमण, वाटर स्पोर्ट्स, एडवेंचर टूरिज्म व लजीज व्यंजन का आनंद लेने का मौका मिलेगा।
यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की ओर से परेड मैदान में पहले की तरह पारंपिक टेंट सिटी बसायी जाएगी। टेंट सिटी तीन अलग-अलग श्रेणियों में बसायी जाएगी। विभाग की ओर से विला, महाराजा और स्विस कॉटेज में लोगों के रहने-खाने की रूपरेखा तैयार की गई है। इसके अलावा, अरैल व झूंसी में पीपीपी मोड पर टेंट सिटी बसायी जाएगी। झूंसी में ढाई एकड़ में टेंट सिटी का निर्माण होगा, जिसमें 200 कॉटेज तैयार होंगे। यहां सुपर डीलक्स, प्रिमियम, विला आदि श्रेणी में सुविधाएं मिलेंगी। अरैल में 25 एकड़ में सजने वाली टेंट सिटी में 2000 कॉटेज होंगे। यहां डीलक्स, सुपर डीलक्स और लग्जरी श्रेणी की सुविधाएं मिलेंगी।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि टेंट सिटी में श्रद्धालुओं के लिए कई विशेष व्यवस्था होगी। यहां आध्यात्मिक माहौल के साथ, योग, यज्ञ, प्रवचन, भजन संध्या, प्राकृतिक चिकित्सा, रिवर व्यू, सांस्कृतिक गतिविधियां, साइकिलिंग के साथ-साथ सोशल कैम्पिंग और स्वदेशी/स्थानीय स्वादिष्ट व्यंजनों की व्यवस्था की जा रही है। यूपीएसटीडीसी महाकुंभ 2025 को यादगार बनाने के प्रयास में जुटी है। आगंतुकों को अध्यात्म के साथ रोमांच का अनुभव मिले, इसके लिए वाटर स्पोर्ट्स, पैरासेलिंग या पैरामोटरिंग का प्रबंध किया गया है। महाकुंभ के दौरान प्रयागराज की पर्यटन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए मेला मैदान के अरैल घाट पर वाटर स्पोर्ट्स के आयोजन की भी योजना है।
श्री जयवीर सिंह ने बताया कि संगमनगरी आने वाले श्रद्धालु/पर्यटक रेत पर बसे शहर में टैंट सिटी के साथ-साथ योग-प्राणायाम और मेडिटेशन सत्र का हिस्सा भी बन सकते हैं। दुनियाभर के फोटोग्राफरों के लिए महाकुंभ अविस्मरणीय और अद्वितीय क्षणों को कैद करने का सुनहरा अवसर प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि महाकुंभ मेला दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक-आध्यात्मिक आयोजनों में से एक है। पहले से अधिक दिव्य और भव्य आयोजन होने जा रहा है। देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं के स्नान-ध्यान के साथ ठहरने व भ्रमण करने की अच्छी व्यवस्था की जा रही है। प्रयागराज के मंदिरों का विकास, सौंदर्यीकरण, यात्री सुविधाओं के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जा रहा है।
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