हिन्दू महासभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष त्रिदंडीजी का निधन, पार्टी में शोक की लहर
लखनऊ। अखिल भारत हिन्दू महासभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री श्री श्री रामानुज जीयर स्वामी त्रिदंडीजी महाराज का हैदराबाद के सीता राम बाग स्थित उनके श्री जगन्नाथ मठ में आकस्मिक निधन हो गया है। उनके निधन की खबर फैलमे पार्टी और हिन्दु जगत में शोक की लहर दौड़ गयी। 82 वर्षीय स्वामी त्रिदंडी जी महाराज लंबे समय से अस्वस्थ थे और दो दिन पहले ही एक स्थानीय अस्पताल से चिकित्सा करवाने के बाद स्वस्थ होकर अपने आश्रम श्री जगन्नाथ मठ में वापस लौटे थे। उनके निधन पर अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश ऋषि त्रिवेदी ने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के निधन पर शोक व्यक्त करते हुये कहा कि उनके निधन से एक मार्गदर्शक के रूप में पार्टी में भारी क्षति पहुंची है, जिसकी पूर्ति आजीवन नहीं की जा सकती है। उनकी कमी पार्टी में हमेशा खलती रहेगी। उन्होंने बताया कि गोरखपुर के गोरक्षनाथ मठ के पीठाधीश्वर अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद रहे महंत दिग्विजय नाथ की गोद में खेले स्वामी त्रिदंडी जी महाराज ने सन 2012 में इंदौर राष्ट्रीय अधिवेशन में हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का दायित्व संभाला और दिसंबर 2020 तक उन्होंने हिन्दू महासभा का नेतृत्व और मार्गदर्शन किया। अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने अपने शोक संदेश में स्वामी त्रिदंडी जी महाराज को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की। उन्होंने कहा कि स्वामी त्रिदंडी जी महाराज ने हमेशा अखिल भारत हिन्दू महासभा को गुटबाजी से मुक्त करवाने में सक्रिय भूमिका निभाते रहे। उन्होंने हिन्दू समाज को जातियों के बंधन से मुक्त करवाने के लिए जाति पाती की करो बिदाई हिन्दू हिन्दू भाई भाई “ का नारा दिया। उन्होंने कहा कि स्वामी त्रिदंडी जी महाराज के दोनो मिशन अधूरे हैं, जिसे अखिल भारत हिन्दू महासभा पूरा अवश्य करेगी। त्रिवेदी ने कहा कि स्वामी त्रिदंडी महाराज जी ने अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद त्याग कर हिंदू महासभा की एक जुटता को लेकर बहुत बड़ा योगदान दिया जिसके लिए हिंदू महासभा स्वामी जी का सदैव कृतज्ञ रहेगा।
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