मुख्यमंत्री ने यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन से पूर्व अभिनव
पहल करते हुए सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों तथा शिक्षाविदों से संवाद किया

मुख्यमंत्री ने सरकार की रोजगारोन्मुखी योजनाओं तथा नीतियों से युवाओं को परिचित कराने के लिए सेवानिवृत्त अधिकारियों तथा शिक्षाविदों की 48 सदस्यीय टीम गठित की

किसी भी योजना की सफलता के लिए यह आवश्यक है कि योजना जिसके लिए
बनाई गई है, उसे उसकी जानकारी हो, इस उद्देश्य से राज्य सरकार सभी
अनुभवी अधिकारियों और शिक्षाविदों का सहयोग ले रही: मुख्यमंत्री

प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में बीते साढ़े पांच-पौने छह वर्षाें में
देश तथा दुनिया के सामने उ0प्र0 ने अपनी नई पहचान बनाई

उ0प्र0 अपार सम्भावनाओं का प्रदेश, देश और प्रदेश के
समग्र विकास में इन सम्भावनाओं को जमीन पर उतारना होगा

प्रदेश को एक ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था बनाने के उद्देश्य से
देश तथा विदेशों से पूंजी निवेश आकर्षित करने हेतु आगामी 10 से 12 फरवरी
को राजधानी लखनऊ में यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन

यह समिट प्रदेश में औद्योगीकरण की सम्भावनाओं को जमीन पर उतारने,
प्रदेश के सामान्य नागरिक के जीवन स्तर को बेहतर करने, अर्थव्यवस्था को
मजबूत बनाने और रोजगार के लाखों नए अवसर सृजित करने वाली होगी

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले देश और विदेश में हुए रोड शो में निवेशकों
की ओर से अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला, 16 देशों के 21 शहरों में आयोजित
रोड शो में सवा 07 लाख करोड़ रु0 से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले

प्रदेश के सभी जनपद यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन से जुड़ रहे,
मुख्य समारोह से पूर्व जनपदों में भी निवेशक सम्मेलन आयोजित हो रहे,
इनमंे हजारों करोड़ रु0 के निवेश सीधे जनपदों को मिल रहे


लखनऊ: 31 जनवरी, 2023

     उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों तथा शिक्षाविदों से संवाद किया। ज्ञातव्य है कि युवाओं के रोजगार व सेवायोजन के लिए नियोजित प्रयास कर रहे मुख्यमंत्री जी ने दिनांक 10 से 12 फरवरी, 2023 तक यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन से पूर्व एक अभिनव पहल की है। सरकार की रोजगारोन्मुखी योजनाओं तथा नीतियों से युवाओं को परिचित कराने के लिए मुख्यमंत्री जी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के 12, भारतीय पुलिस सेवा के 06 और भारतीय वन सेवा के 06 अधिकारियों (सभी सेवानिवृत्त) तथा 24 शिक्षाविदों सहित 48 सदस्यीय टीम गठित की है। यह टीम आगामी 03 से 05 फरवरी तक अलग-अलग विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में युवाओं से संवाद कर रोजगार से जुड़ी उनकी जिज्ञासाओं का समाधान करेगी। साथ ही, युवाओं के लिए यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की उपयोगिता के सम्बन्ध में उन्हें जागरूक करेगी। इसी संदर्भ में आज संवाद का यह विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में बीते साढ़े पांच-पौने छह वर्षाें में देश तथा दुनिया के सामने उत्तर प्रदेश ने अपनी नई पहचान बनाई है। प्रदेश के प्रति लोगों की धारणा बदली है। आप सभी सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी तथा शिक्षाविद् इस बदलाव के साक्षी एवं सहयात्री रहे हैं। उत्तर प्रदेश अपार सम्भावनाओं का प्रदेश है। देश और प्रदेश के समग्र विकास में इन सम्भावनाओं को जमीन पर उतारना होगा। आप सभी के पास सार्वजनिक जीवन का लम्बा अनुभव है। आपने महत्वपूर्ण पदों पर दायित्व निर्वहन किया है। आपके इन अनुभवों से हमारे युवा लाभान्वित हों, इसके लिए आप सभी का सहयोग अपेक्षित है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 में जब हमने प्रदेश की जिम्मेदारी सम्भाली थी, तब प्रदेश की अर्थव्यवस्था की स्थिति दयनीय थी। हमने सभी पहलुओं का अध्ययन किया और फिर नीतिगत सुधार और व्यवस्था के सरलीकरण के लिए मिशन मोड में काम किया। कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर करने के प्रयास हुए। अगले ही वर्ष 2018 में जब प्रदेश में इन्वेस्टर्स समिट आयोजित किया गया तो 4.68 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले। इसके उपरान्त तीन ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के आयोजन के माध्यम से लगभग 4 लाख करोड़ रुपये के प्रस्तावों को जमीन पर उतारा जा चुका है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 में जब हमने किसानों की ऋण माफी की योजना को क्रियान्वित करने के लिए बैंकर्स को फोन किया तो हमें हतोत्साहित करने वाले नतीजे मिले। किसी ने हमारा फोन रिसीव नहीं किया। अभी बीते दिनों जब मुम्बई में बैंकर्स और वित्तीय संस्थाओं के सी0ई0ओ0 तथा एम0डी0 आदि से भेंट हुई तो लोग स्वतः स्फूर्त भाव से प्रदेश के विकास में सहायक बनने की उत्सुकता जता रहे थे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विकास में असमानता एक बड़ी समस्या रही है। मध्य उत्तर प्रदेश और एन0सी0आर0 की तुलना में पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुन्देलखण्ड क्षेत्र का विकास बहुत कम हुआ था। यहां न तो इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का काम हुआ था और न ही लोगों के जीवन स्तर में सुधार के प्रयास किये गये थे। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुन्देलखण्ड क्षेत्र में उद्योग नहीं लग पाए। परिणामस्वरूप यहां के युवाओं के सामने पलायन का संकट रहा। प्रदेश सरकार ने इस असमान विकास की समस्या के स्थायी निराकरण के लिए ठोस प्रयास किये हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुन्देलखण्ड क्षेत्र को फोकस करते हुए हमने अपनी नीतियों में विशेष प्राविधान किए हैं। बेहतर कनेक्टिविटी, सुदृढ़ कानून-व्यवस्था और व्यवसाय की सरलता के अनुकूल नीतियां लागू की गयीं। इसके परिणामस्वरूप आज इन पिछड़े कहे जाने वाले क्षेत्रों में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना हो रही है। लाखों-करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिल रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश को एक ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था बनाने के उद्देश्य से देश तथा विदेशों से पूंजी निवेश आकर्षित करने हेतु आगामी 10 से 12 फरवरी को राजधानी लखनऊ में यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। 03 दिवसीय यह समिट राज्य के समावेशी विकास के लिए, व्यापार के अवसरों का अन्वेषण तथा सहभागिता स्थापित करने हेतु उद्योग एवं वाणिज्य जगत से जुड़े उद्योगपतियों, निवेशकों, व्यापारियों, प्रबन्ध शास्त्रियों, उच्च स्तर के प्रशासनिक अधिकारियों, कॉरपोरेट नेतृत्व, विचारकों, बुद्धिजीवियों, शिक्षाविदों एवं नीति निर्धारकों हेतु एक विचार मंच उपलब्ध करायेगी। तीन दिवसीय यह समिट न केवल प्रदेश में औद्योगीकरण की सम्भावनाओं को जमीन पर उतारने वाली होगी, बल्कि प्रदेश के सामान्य नागरिक के जीवन स्तर को बेहतर करने, अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और रोजगार के लाखों नए अवसर सृजित करने वाली भी होगी। इस समिट का सबसे बड़ा लाभ प्रदेश के युवाओं को मिलेगा। अब नौकरी और रोजगार के लिए, दूसरे प्रदेशों की ओर पलायन करने के लिए हमारे युवा विवश नहीं होंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले देश और विदेश में हुए रोड शो में निवेशकों की ओर से अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला है। 16 देशों के 21 शहरों में आयोजित रोड शो में सवा 07 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। पूरी दुनिया के उद्योग जगत ने उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए उत्साह जताया है। यह समिट अभूतपूर्व होने जा रहा है। इस बार प्रदेश के सभी जनपद यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन से जुड़ रहे हैं। 10 से 12 फरवरी के मुख्य समारोह से पूर्व जनपदों में भी निवेशक सम्मेलन आयोजित हो रहे हैं। इनमंे हजारों करोड़ रुपये के निवेश सीधे जनपदों को मिल रहे हैं। उत्तर प्रदेश के लिए यह अभूतपूर्व है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 10 फरवरी, 2023 को प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का शुभारम्भ होगा। इसके मुख्य समारोह से सभी जनपदों को जोड़ा जाएगा। जनपदों के कार्यक्रम में स्थानीय उद्यमियों/निवेशकों को आमंत्रित किया जा रहा है। इस बार एक दिन तथा एक साथ प्रदेश के सभी 75 जनपदों में निवेश होगा। यह कार्यक्रम युवाओं के लिए है, इसलिए जनपदों के इस कार्यक्रम में स्थानीय विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों के युवाओं को भी आमंत्रित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसी भी योजना की सफलता के लिए यह अत्यन्त आवश्यक है कि योजना जिसके लिए बनाई गई है, उसे उसकी जानकारी हो। अच्छी योजनाएं जागरूकता के अभाव में असफल हो जाती हैं। इसलिए सरकार, इण्डस्ट्री और शिक्षण संस्थाओं के बीच सतत संवाद और सम्पर्क महत्वपूर्ण है। इस उद्देश्य से राज्य सरकार आप सभी अनुभवी अधिकारियों और शिक्षाविदों का सहयोग ले रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन के पूर्व विश्वविद्यालयों व अन्य शैक्षिक संस्थानों में आप सभी का युवाओं से संवाद महत्वपूर्ण होगा। आप युवाओं को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बनायी गई विभिन्न नीतियों के माध्यम से प्रदेश में वृहद पूंजी निवेश आकर्षित किये जाने की योजनाओं की जानकारी दें। भारत सरकार और प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं से उनका परिचय कराएं। उनकी जिज्ञासाओं का समाधान करें, ताकि अधिकाधिक युवा योजनाओं से लाभान्वित हो सकें। यह समिट किस प्रकार उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए उपयोगी होगी, इस सम्बन्ध में उनका मार्गदर्शन करें। विश्वविद्यालयों में भ्रमण कर सरकार की महात्वाकांक्षी योजनाओं से छात्रों को अवगत कराया जाना चाहिए। जिन जनपदों में कोई विश्वविद्यालय अवस्थित नहीं है, वहां महाविद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित होने चाहिए।
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