शहर के उत्पाती बंदरों को चंबल के जंगलों में छोड़ने की तैयारी है। चंदौली और सोनभद्र के जंगलों में पहले से मौजूद बंदर और लंगूरों की संख्या अधिक होने से चंबल एक विकल्प वन विभाग के सामने है। प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट वाइल्ड लाइफ मिलने के बाद बंदरों को पकड़ने अभियान शुरू होगा। प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फारेस्ट वाइल्ड लाइफ से 3860 बंदरों को नगर निगम की सहयोग से पकड़ कर छोड़ने की मांग की थी। इनमें 200 बंदरों को काशी वन प्रभाग के चंदौली के जंगल में छोड़ा गया। जबकि 3838 को मंजूरी नहीं मिल पाई। 

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