‌उतरौला(बलरामपुर)
साजदा हॉस्पिटल प्रबंधक एंव समाजसेवी डॉक्टर एहसान खान ने सोशल मीडिया पर अल्पसंख्यक मुसलमानों से मार्मिक अपील करते हुए लिखा कि
रमज़ान का मुक़द्दस महीना और रोज़े खत्म होने वाले हैं।  ईद बिल्कुल नज़दीक है। इसलिए मेरी और आप सब की ज़िम्मेदारी बनती है कि हर बार की तरह इस बार भी ईद से पहले अपने घर के आस पास के गरीब, मिस्कीन,यतीम, बेवा व ज़रूरतमन्दों को आप सब खुद से तलाश कर उन्हें ईदी दें और उनकी मदद करें। किसी ग़रीब बच्चे की एक मुस्कुराहट आपको भी खुशी देगी।
आप ज़रूरतमन्दों की मदद करेंगे तो अल्लाह आपको और नवाज़ेगा। इसलिए इस बार भी ईद में अपने आस पास के मज़बूर, बेसहारा, बेवाओं, यतीमों की दिल खोलकर मदद करें और उनकी ईद खुशियों से भर दें। 
डॉक्टर एहसान खान ने कहा कि रामज़ान का पवित्र महीना खत्म होने वाला है। और इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक शव्वाल की पहली तारीख को ईद-उल-फितर मनाई जाएगी। 
लोग एक महीने रोज़े रखने के बाद ईद के चांद दिखने का इंतेजार करते है और चांद दिखने के बाद ईद मनाते है। 


*गरीबों और जरूरतमंदों के साथ मनाए ईद*


रमजान और ईद के मौके पर गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करने से ईद की खुशियां और बढ़ जाती है। आप अपने आस-पास में कोई भी गरीब और जरूरतमंद लोग देखें तो उनकी मदद जरूर करें। यही इस त्योहार का असली मतलब है। हैसियत दार लोग अधिक से अधिक जरुरतमंदो  की सहायता करें।

*आस पास के गरीब बच्‍चों को दे ईदी*

आपने कई बार गरीब लोगों की मदद भी की होगी। इस ईद पर भी आप अपने आस पास के गरीब बच्‍चों को प्‍यार भरी ईदी देकर न सिर्फ उनकी मदद कर सकते हैं, बल्कि ईदी देकर उनके चेहरों पर मुस्‍कान भी खिला सकते हैं।



*बुजुर्गों की लें दुआएं*

आज कल की भागदौड़ भरी जिदंगी में हम लोग अपने बुजुर्गों के साथ समय बिताना तो भूल ही गए है। ईद का खास मौका है तो आप घर के बुजुर्गों के साथ समय बिताकर उन्हें ईद पर सुखद अहसास करवा सकते है।
आप उनको तस्‍बीह, मुसल्ला, अहम किताबें व जरुरत के सामान गिफ्ट भी दे सकते हैं। वह बहुत खुश होगें।
असग़र अली
उतरौला

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