राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के प्रयागराज आगमन की संभावना 11 सितंबर को है। उनके संभावित आगमन को देखते हुए प्रशासनिक अमले में सक्रियता बढ़ गई है। लोक निर्माण विभाग ने तो आयोजन के लिए मंच बनाने और टेंट लगाने के लिए 80 लाख रुपये का टेंडर भी जारी कर दिया है। उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में प्रोटोकाल आ जाएगा तो तैयारी और तेज होगी। फिलहाल राष्‍ट्रपति के आगमन की संभावना को देखते हुए काम शुरू कर दिया गया है झलवा में ट्रिपल आइटी के निकट 10 हेक्टेयर क्षेत्र में प्रदेश का पहला विधि विश्वविद्यालय प्रस्तावित है। इसकी घोषणा प्रदेश सरकार तीन साल पहले ही कर चुकी है लेकिन, अब तक शिलान्यास नहीं हुआ है। यूनिवर्सिटी के लिए बजट जारी न होने के कारण शिलान्यास अब तक नहीं हो सकता था। अब इस यूनिवर्सिटी के शिलान्यास के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द को आमंत्रित किया गया है। इसलिए उनके आगमन से पहले प्रदेश सरकार इसका बजट जारी कर देगी इसके अलावा अधिवक्ताओं के चैंबर और वाहनों की पार्किंग के लिए हाईकोर्ट परिसर में बनने वाली 12 मंजिला बिल्डिंग का भी राष्ट्रपति शिलान्यास करेंगे। दोनों शिलान्यास कार्यक्रम के लिए राष्ट्रपति 11 सितंबर को आ सकते हैं। एक कार्यक्रम झलवा और दूसरा हाईकोर्ट परिसर में होना है इन दोनों स्थलों पर भव्य पंडाल और मंच बनाया जाएगा। बारिश को देखते हुए जर्मन हैंगर वाला पंडाल लगेगा। इसके अलावा बैरीकेडिंग व अन्य इंतजाम होंगे। इसलिए इस पर करीब 80 लाख रुपये का खर्च आएगा। अनुमानित खर्च के आधार पर लोक निर्माण विभाग ने टेंडर जारी कर दिया है। सात सितंबर तक टेंडर प्रक्रिया पूरी कर लेनी है। उम्मीद है तब तक राष्ट्रपति का प्रोटोकाल आ जाएगा तो कार्यक्रम की रूपरेखा और स्पष्ट हो जाएगी। फिलहाल संभावित कार्यक्रम को देखते हुए लोक निर्माण विभाग के अधिकारी मंच स्थल का मुआयना कर रहे हैं सड़कों की पैचिंग और सफाई का काम दो दिन पहले ही शुरू हो गया था। अब हाई कोर्ट ब्रिज की रंगाई-पुताई का भी काम शुरू हो गया है। खासकर एयरपोर्ट से झलवा और हाई कोर्ट तक सड़कों की पैचिंग, सफाई और किनारें की झाडिय़ां काटने का काम तेज कर दिया गया है। इसके लिए नगर निगम और लोक निर्माण विभाग की टीम लगी है। शहरी क्षेत्र में भी सफाई का काम तेज कर दिया गया है। राष्ट्रपति के आगमन के दौरान शहर में राज्यपाल, मुख्यमंत्री आदि भी रहेेंगे। वह कोरोना को देखते हुए कहीं अस्पतालों का विजिट न करने लगे, इसलिए अस्पतालों में भी रंगाई पुताई शुरू कर दी है

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