उतरौला बलरामपुर - थाना कोतवाली उतरौ ला अन्तर्गत ग्राम पंचायत रेहला माफी के मूल निवासी और मधुपुर के वर्तमान निवासी पीर बाबा छांगूर नामक संदिग्ध व्यक्ति के घर  पर उत्तर प्रदेश आतंक वाद निरोधक दस्ते (जे) ने पिछले हफ्ते में छापा मारी की थी।पीर बाबा छांगूर के ऊपर देशद्रोह से लेकर धर्म परिवर्तन जैसे कई आरोप लगे हुए हैं‌। इस खुलासे के बाद पीर बाबा छांगूर के देश भर में कई अपराध सामने आए हैं। सबसे पहले हरियाणा के भि वानी में कुकर्म पीड़िता एक हिन्दू की बच्ची को धमकाने का केससामने आया है।अब एक और ताजा जानकारी मिली है कि पीर बाबा नाम के कुख्यात छांगूर के खिलाफ नोएडा में भी एक लड़की ने लगभग तीन महीने पहले कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराया है। ए टी एस के खुलासे के बाद अब पीड़िता ने पीर बाबा छांगूर और पुलिस के खिलाफ हाई कोर्ट जाने की तैयारी में है।पीड़िता राजपूत समाज की एक महिला है। जिसको लेकर कर्णी सेना भी आक्रोशित बताई जा रही है। यह मामला नोएडा के थाना क्षेत्र 113 का है। यहां कि रहने वाली एक हिन्दू लड़की ने दिसम्बर 2024 मे पुलिस थाने पर जाकर बाबा छांगूर के खिलाफ एक मुकद मा दर्ज करवाई थी।इस मुकदमे में पीड़िता ने ताबिश असगर नामक के एक युवक पर लव जिहाद और धर्म परिवर्त न के दबाव का आरोप लगाया था। पीड़िता का आरोप है कि ताबिश असगर एक आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है। ताबिश अपने को विशाल राणा बताकर हिन्दू लड़कियों को अपने जाल में फंसाने का करता है। ताबिश के खिलाफ नोएडा पुलिस ने धर्मान्तरण सहित कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर ली है पीड़िता ने जनवरी 2025 मे कोर्ट जाकर अपना बयान दर्ज कराया। पत्रकारो के पूछने पर पीड़िता ने बताया कि इस पुरे आतंकी और धर्म परिवर्तन का रैकेट का सरगना जनपद बल  रामपुर का कोई पीर बाबा छांगूर नामक व्यक्ति हैं। दावा है कि इसका जिक्र पीड़िता ने पुलिस और अदालत में दिये गए बयानों में भी बार बार आया है। 3 दिसम्बर 2024 को पुलिस ने ताबिश असगर को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। ताबिश असगर की जमानत की अर्जी जिला न्यायलय से खारिज हो चुकी है। यह मामला हाईकोर्ट में लम्बित है,इस मामले को लेकर नोएडा पुलिस ने पीर बाबा छांगूर के खिलाफ यू पी पुलिस एक्शन सुनकर पीड़िता अपनी सुरक्षा के साथ पीर बाबा छांगूर के विरुद्ध कार्रवाई में ढिलाई बरतने वाली नोएडा की पुलिस के खिलाफ हाई कोर्ट जाने की तैयारी में है। पीड़िता को यह डर है कि ताबिश असगर और बाबा छांगूर दोनों मिलकर कभी भी उसकी हत्या करवा सकते हैं । फिलहाल पीड़िता डर से नोएडा छोड़ कर कहीं अलग चली गई है। पीड़िता का कहना है कि बाबा छांगूर के अपराधों की लिस्ट को देखकर चार महीने पहले कोर्ट में कहीं गई एक एक बात सच साबित होती गई अब हाई कोर्ट में नोएडा पुलिस के उन जिम्मेदार लोगों पर भी  एक्शन करने की मांग की जायेगी। जिन्होंने  छांगूर की गिरफ्तारी के लिए अपनी तरफ से कोई प्रयास नहीं किया। पीड़िता का यहां तक दावा है कि इस केस में छांगूर से पूछताछ तक नहीं की गई।इसी बीच एक उर्दू अखबार के द्वारा पीड़िता की फोटो और नाम पता के सार्वजनिक होने से पीड़िता बेहद डर गई है। और अपना घर छोड़ कर कहीं चली गई है। अभी तक उस उर्दू अखबार वाले के खिलाफ पुलिस की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं की गई है। पीड़िता का आरोप है कि इस साज़िश में ताबिश असगर का भाई वसीम   छांगूर के साथ मिला हुआ है। इस साज़िश के चलते पीड़िता ने अपनी हत्या का आशंका जताई है। नोएडा की रहने वाली पीड़िता के सामने आने के बाद  अब ऐसा माना जा रहा  है कि बाबा छांगूर और उसके सहयोगियों के खिलाफ की अन्य जिलों में भी केस दर्ज हो सकते हैं। ए टी एस इस पड़ताल में जुटा हुआ है, और जांच इन बिंदुओं पर भी जारी है कि किन अधिकारियों और कर्मचारियों ने किस दबाव में इतने बड़े संदिग्ध के खिलाफ लम्बे समय तक कार्यवाही को टालें रखा। फिलहाल में हाईकोर्ट में केस रखें जाने के बाद छांगूर और उसके गिरोह के विरुद्ध कार्रवाई में तेजी आ सकती है। वहीं राजपूत समाज के पीड़िता के साथ हुए इस अत्याचार पर कर्णी सेना भी नाराज बताई जा रही है।यह माना जा रहा है कि कर्णी सेना के पदाधिकारी पीड़िता से मुलाकात कर आगे की रण नीति तय करेंगे।

           हिन्दी संवाद न्यूज से
          असगर अली की खबर
               बलरामपुर। 

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