मामला गोरखपुर के कचहरी चौराहे की है जहां शाम के करीब 9:00 बजे के आसपास सड़क पर एक व्यक्ति रोड पार करते हुए ठिठक गिर पड़ा।
तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि सड़क के ठीक बीचो बीच गिर पड़ा है।
 लेकिन वहां से दर्जनों गाड़ियां, सैकड़ो लोग गुजर गए किसी ने जहमत नहीं उठाई की आखिरकार एक व्यक्ति ऐसा क्यों पड़ा हुआ है। 
तभी ईश्वर के बंदे के रूप में पुलिस की गाड़ी वहां पर पहुंची। 
बताया जाता है कि SSP ने  किसी कार्य से मिलने के लिए सीओ खजनी अंजनी कुमार पांडे को बुलाया था। 
वह वहीं जा रहे थे तभी उनकी नजर उसे गिरे हुए व्यक्ति पर पड़ी। 
चाहते तो  गाड़ी आगे बढ़कर निकाल सकते थे जैसा कि सभी लोग जा रहे थे की कोई व्यक्ति शायद दारू पीकर यूं ही पड़ा होगा। 
लेकिन नजदीक जाकर देखकर पता व्यक्ति की सांस रूक चुकी थी आंखें खुल गई थी और हाथ पैर ठंडे हो चुके थे शायद हार्ट अटैक आया था। 
गंभीरता को देखते हुए तुरंत ही उसको पीठ के बल लेटा और खुद द्वारा अपने हमराही की मदद से उसको सीपीआर देना शुरू किया।
 इस प्रकार एक व्यक्ति को बीच सड़क पर सीपीआर देते हुए देखकर अन्य भी कुछ लोग रुक गए।
 थोड़ी देर तक सीना दबाते रहने से एक बार बीच में थोड़ी सी जान लौटी और हरकत हुई पुनः सीपीआर देते रहने से एक जोर की सांस और तड़प के साथ  व्यक्ति होश में आकर बैठ गया। 
पास खड़े सभी लोगों में खुशियों का संचार हो गया और जैसे-जैसे व्यक्ति में चेतना आने लगी खुद ही अपने जान बचाने वाले को हाथ जोड़कर धन्यवाद देने लगा।
 सोचिए अगर अगले 5 या 10 मिनट यूं ही पड़ा रहता और कोई मदद ना करता तो वह निश्चित ही मृत्यु हो जाती।
 लेकिन जो कार्य करने में लोगों को हिचक होती है शायद उससे किसी की जान भी बच सकती है।

रिपोर्टर - अफरोज अहमद

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