उतरौला(बलरामपुर)
विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक रहे अशोक सिंहल की सातवीं पुण्यतिथि पर शुक्रवार को उतरौला के काली माता मंदिर में श्रद्धांजली सभा कर विहिप कार्यकर्ताओं ने उन्हें नमन किया। 
जिला सुरक्षा प्रमुख सुरेश कश्यप ने कहा कि स्वर्गीय अशोक सिंघल श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के वीर पुरोधा, विश्व हिन्दू परिषद के शिखर पुरुष और राष्ट्र के सच्चे उपासक थे। श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन से लेकर राष्ट्र जागरण के लिए चलने वाली सभी मुहिम में वह अग्रणी भूमिका निभाते थे। उनके कृतित्व और व्यक्तित्व की चर्चा हमेशा होती रहेगी। 
जिला मठ मंदिर प्रमुख अमित कुमार ने उन्हें हिंदू जागरण का अग्रदूत बताया। कहा कि जाति, वर्ग और भाषाई आधार पर बंटे हिंदू समाज को एक सूत्र में पिरोने का संकल्प लेकर आगे बढ़ने की कार्ययोजना स्वर्गीय अशोक सिंहल ने ही बनाई थी। विहिप भारतीय जनमानस को जगाने में जुटी है। अशोक सिंहल ने अपने जीवनकाल में राष्ट्रीय चेतना का संचार किया। हिंदू समाज को संगठित करने में जुटे रहे। उन्हें सांस्कृतिक महाजागरण का पुरोधा कहना गलत न होगा। उस अभियान को अब भी जारी रखा गया है। वह कहते थे कि यह विषय बार-बार आता है कि हमारी पहचान क्या है। वास्तव में हमारे भटकाव का मुख्य कारण यही है कि हमें हमारी पहचान का और यहां रहने वाले समाज की पहचान का सही बोध नहीं हो पा रहा है। 
भारत की पहचान संसार के सामने ठीक करना यह हमारी सांस्कृतिक स्वतंत्रता का प्रथम लक्ष्य है। नगर अध्यक्ष सूरज यादव, सतेंद्र गुप्ता, चंद्र प्रकाश, राजेश भारती, हीरा पटवा, रवि गौतम, अमन गुप्ता समेत अनेक विहिप कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।
असगर अली
उतरौला 

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