ब्रह्मलीन महंत द्वय की स्मृति में संगीतमय श्रीराम कथा व सामयिक विषयों पर


व्याख्यान


युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज व राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत


अवेद्यनाथ जी महाराज की पुण्यतिथि


पुण्यतिथि समारोह के शुभारंभ व समापन अवसर पर उपस्थित रहेंगे मुख्यमंत्री


एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ


गोरखपुर, 6 सितंबर।

युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज की 53वीं एवं राष्ट्रसंत

ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की 8वीं पुण्यतिथि पर श्रीराम कथा के

रसपान और समाज व राष्ट्र को प्रभावित करने वाले कई ज्वलंत मुद्दों पर चिंतन-

मंथन का अवसर प्राप्त होगा। महंतद्वय की पावन स्मृति में कथा का शुभारंभ 7

सितंबर तथा व्याख्यानमाला की शुभारंभ 8 सितंबर को होगा। पुण्यतिथि सप्ताह

समारोह के उद्घाटन व समापन समारोह में मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर

योगी आदित्यनाथ भी सम्मिलित होंगे। उनके मार्गदर्शन में कार्यक्रमों को अंतिम

रूप दिया जा चुका है।

गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने बताया कि

साप्ताहिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में 7 सितंबर, बुधवार को अपराह्न 3 बजे से

मंदिर के दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में संगीतमय श्रीराम कथा ज्ञानयज्ञ का

शुभारंभ होगा। व्यासपीठ पर अयोध्या से पधारे जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी

श्रीधराचार्य जी महाराज (पीठाधीश्वर, अशर्फी भवन अयोध्या) कथा का रसपान

कराएंगे। इसके पूर्व इसी दिन गोरखनाथ मुख्य मंदिर से दिग्विजयनाथ स्मृति

भवन में कथा स्थल तक श्रीराम कथा ज्ञानयज्ञ की शोभायात्रा निकाली जाएगी।

कथा प्रतिदिन अपराह्न 3 बजे से शाम 6 बजे तक सुनाई जाएगी। इसका विराम

हवन एवं भंडारे के साथ 13 सितंबर को होगा।

विभिन्न सामयिक व ज्वलंत विषयों पर व्याख्यान माला गुरुवार से

गोरक्षपीठ के ब्रह्मलीन महंतद्वय की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में विभिन्न

सामयिक व ज्वलंत विषयों पर व्याख्यानमाला की शुरुआत गुरुवार से होगी।

गोरखनाथ मंदिर के दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में व्याख्यान प्रतिदिन सुबह

10.30 बजे से होगा। पहले दिन 8 सितंबर को 'आजादी का अमृत महोत्सव:

संकल्पना से सिद्धि तक' विषय पर व्याख्यान होगा। 9 सितंबर को 'भारतीय सेना


और अग्निपथ', 10 सितंबर को 'नए भारत के निर्माण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति की

भूमिका', 11 सितंबर को 'संस्कृत एवं भारतीय संस्कृति', 12 सितंबर को

'भारतीय संस्कृति एवं गोसेवा' विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया जाएगा।

13 सितंबर को ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज तथा 14 सितंबर को

ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज को श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्य कार्यक्रम

आयोजित होंगे।

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