मुख्यमंत्री से प्रान्तीय सिविल सेवा के वर्ष 2018 तथा
वर्ष 2019 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की

पी0सी0एस0 अधिकारी प्रशासनिक व्यवस्था की रीढ़, कानून-व्यवस्था और
विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में इन अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका: मुख्यमंत्री

अधिकारीगण व्यवस्था के प्रति जवाबदेह होने के साथ ही, गरीब,
कमजोर तथा वंचित वर्ग के हितों के प्रति सचेत व संवेदनशील रहें

राज्य सरकार उ0प्र0 और देश के हित में कार्य कर रही,
उ0प्र0 विकास की दिशा में काफी आगे बढ़ चुका

जो न्याय संगत हो, उसी पर कार्य किया जाए,
किसी गरीब के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाए

राज्य सरकार द्वारा आई0जी0आर0एस0 पोर्टल, सी0एम0 हेल्पलाइन,
तहसील दिवस तथा थाना दिवस की व्यवस्था को और प्रभावी बनाया जा रहा

संवाद लोकतंत्र की ताकत है, हमें इस ताकत का इस्तेमाल करना होगा

हमारा जाति, मत, मजहब से कोई वास्ता नहीं होना चाहिए,
हमारा वास्ता सिर्फ न्याय के प्रति होना चाहिए

अधिकारीगण उ0प्र0 की उपलब्धि बनें, प्रदेश की जनता आपको अपना
बल और ताकत माने, आपके प्रति जनता के मन में सम्मान का भाव हो

लखनऊ: 16 जून, 2022


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से आज यहां उनके सरकारी आवास पर प्रान्तीय सिविल सेवा के वर्ष 2018 तथा वर्ष 2019 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पी0सी0एस0 अधिकारी प्रशासनिक व्यवस्था की रीढ़ हैं। कानून-व्यवस्था और विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में इन अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। अधिकारियों को व्यवस्था के प्रति जवाबदेह होने के साथ ही, गरीब, कमजोर तथा वंचित वर्ग के हितों के प्रति सचेत व संवेदनशील होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अधिकारी जनता से संवाद बनाकर उनकी समस्याओं का प्रभावी समाधान करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आपका अभी कार्य करने का एक लम्बा कैरियर है। लक्ष्य तय करते हुए आगे बढ़ेंगे, तो एक अच्छे कैरियर की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि वे पूरी निष्ठा के साथ शासन की मंशा के अनुरूप जनता के बीच अपनी अच्छी छवि बनाकर आगे बढ़ेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह बैच अत्यन्त महत्वपूर्ण हंै। ऐसा बहुत कम देखने को मिला है कि उत्तर प्रदेश में पहली बार 59 पी0सी0एस0 अधिकारी एक साथ राज्य की सेवा में आए हैं। सदी की सबसे बड़ी महामारी के दौरान फील्ड में कार्य करने का अभिनव अनुभव भी आपके सामने रहा होगा। उन्होंने कहा कि जब प्रत्येक व्यक्ति स्वयं को बचाने की जद्दोजहद कर रहा था, तब हमारी प्रशासनिक मशीनरी विपरीत परिस्थितियों में भी आम जनमानस के मन में एक विश्वास पैदा करने का कार्य कर रही थी। कोविड काल में कई अधिकारियों ने फील्ड एवं कोविड कण्ट्रोल सेण्टर्स में अपनी सेवाएं दी हैं। वैक्सीनेशन कार्य में भी योगदान दिया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव के दौरान भी फील्ड में कार्य करने का अनुभव मिला होगा। उत्तर प्रदेश का चुनाव देश और दुनिया देख रही थी। चुनाव शान्तिपूर्ण सम्पन्न हुआ, चुनाव परिणाम आने के बाद भी शान्ति बनी रही। 25 करोड़ की आबादी के राज्य में सभी कार्य शान्तिपूर्ण तरीके से पूर्ण हुए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बारे में दुनिया की धारणा थी कि यहां विकास की सोच नहीं है, लोग मिलकर विकास के लिए आगे नहीं बढ़ सकते हैं। उत्तर प्रदेश ने इन सभी बातों को नकारा है। राज्य सरकार उत्तर प्रदेश और देश के हित में कार्य कर रही है। उत्तर प्रदेश विकास की दिशा में काफी आगे बढ़ चुका है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आप सभी अधिकारीगण उस महत्वपूर्ण कड़ी का हिस्सा बनने जा रहे हैं, जहां आम जनमानस की समस्याओं को बहुत नजदीक से सुनने का अवसर मिलेगा। एक काॅमन मैन की पीड़ा को सुनने का अवसर प्राप्त होगा। व्यक्ति तभी फेल होता है, जब वह छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज करता है। आपके लिए छोटी सी चीज दूसरे के लिए बड़ी भी हो सकती है। खेत की पैमाइश आपके लिए छोटी हो सकती है, लेकिन जिसका परिवार उस खेत पर आश्रित है, यदि कोई दबंग व्यक्ति उस गरीब व्यक्ति के खेत पर जबरदस्ती कब्जा करना चाहता है वह उस पीड़ित व्यक्ति के लिए बहुत बड़ी घटना होती है। उस स्थिति में खेत की पैमाइश की उसकी मांग उसे तत्काल राहत और न्याय दिला सकती है। वरासत से जुड़े मामलों को लम्बित न रखा जाए, इससे काॅमन मैन प्रभावित होता है। ऐसे मामलों के लम्बित रहने की दशा में तमाम दावेदार आ जाते हैं, जिससे अन्ततः विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनता से प्राप्त शिकायतों में 90 प्रतिशत शिकायतें थाना और तहसील से सम्बन्धित होती हैं। तहसील दिवस और थाना दिवस पर टीम बनाकर समय-सीमा तय करते हुए कार्यवाही को आगे बढ़ाएं। जो न्याय संगत हो, उसी पर कार्य किया जाए। किसी गरीब के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाए। थाना और तहसील दिवस से जुड़ी शिकायतों के समाधान से जनता से जुड़ी 90 प्रतिशत समस्याओं का समाधान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आई0जी0आर0एस0 पोर्टल, सी0एम0 हेल्पलाइन, तहसील दिवस तथा थाना दिवस की व्यवस्था को और प्रभावी बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में उप जिलाधिकारी तथा सिटी मजिस्ट्रेट के रूप में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में आपकी बहुत बड़ी भूमिका होगी। उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाने में सफलता मिली है। कानून को हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्य किया जा रहा है। सख्ती से पहले संवाद का रास्ता अपनाया जाता है। अलग-अलग तबकों के साथ संवाद किया जाता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि धर्मगुरुओं के साथ संवाद बनाकर लाउडस्पीकर  उतरवाए गए अथवा लाउडस्पीकर की आवाज को कम कराया गया। लगभग 01 लाख 20 हजार से अधिक लाउडस्पीकर उतारे गए हैं या उनकी आवाज कम हुई है। ऐसे लाउडस्पीकर को स्कूल, हाॅस्पिटल या किसी अन्य स्थल को दिए गए हैं, जहां उनका उपयोग हो सकता है। प्रशासन द्वारा भी इनका उपयोग पब्लिक एडेªस सिस्टम के रूप में लाउडस्पीकर का उपयोग किया जा सकता है। जिस लाउडस्पीकर से शोर होता था, आज जनता को जागरूक करने में उसका उपयोग किया जा रहा है। स्कूलों में माॅर्निंग एसेम्बली के लिए या हाॅस्पिटल में कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करने या अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में ट्रैफिक पुलिस द्वारा इसका उपयोग किया जा रहा है। यह बदलाव है, जिसके लिए अलग-अलग स्तर पर धर्मगुरुओं, सिविल सोसाइटी, पीस कमेटियों के साथ बैठक और संवाद करना पड़ा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संवाद लोकतंत्र की ताकत है। हमें इस ताकत का इस्तेमाल करना होगा। अलग-अलग तबकों के साथ संवाद बनाना होगा। आपकी सबसे बड़ी ताकत ह्यूमन इण्टेलीजेंस है। एक काॅमन मैन की बात को सुनिये और उसके अलग-अलग अर्थ निकलते जाएंगे। वह अपनी बात को सामान्य भाषा में बोलेगा। हो सकता है कि उसके बोलने की भाषा बहुत शुद्ध न हो। बुन्देलखण्ड में जाएंगे तो बुन्देलखण्डी, ब्रज में जाएंगे तो ब्रज भाषा में बोलेगा, मध्य में अवधी में, पूरब में भोजपुरी में बोलेगा। शुद्ध हिन्दी नहीं बोल पाएगा, लेकिन उसके भाव को समझकर उसको सही दिशा दिखाने का प्रयास करेंगे, तो वह आपके साथ सहयोग करने को तैयार होता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एस0डी0एम0 या उस स्तर के अधिकारी के रूप में आपकी भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण होगी। आपको उस दिशा में कार्य करके अपनी नींव को और मजबूत करना है। आप इन 05 वर्षों में अपने आगामी 35 वर्षों की सर्विस की नींव रखेंगे। इस दौरान आपका व्यावहारिक पक्ष, जनता और जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद का पक्ष बहुत मायने रखता है। यदि आप संवेदनशील हैं, तो काॅमन मैन की सुनवाई करेंगे। आपका व्यावहारिक पक्ष अच्छा है, तो जनता की समस्याएं भी नहीं अटकेंगी और जनप्रतिनिधियों के साथ भी आपका बेहतर संवाद होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारा जाति, मत, मजहब से कोई वास्ता नहीं होना चाहिए। हमारा वास्ता सिर्फ न्याय के प्रति होना चाहिए। शासन के निर्देशों का अक्षरशः पालन करते हुए हर काॅमन मैन को न्याय दिलाने का होना चाहिए। आगामी 05 वर्षों के दौरान आप अपने कैरियर की नींव को काफी मजबूत कर लेंगे। बाद में कई लोगों को सचिव स्तर तक आने का अवसर प्राप्त होगा। बहुत सारे लोगों को जीवन की अलग-अलग फील्ड में आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा, लेकिन उसकी नींव तैयार करने, आधारशिला रखने और सीखने का अवसर यहीं मिलेगा। काॅमन मैन से शासन की योजनाओं और उसकी समस्याओं के सम्बन्ध में भी इसके माध्यम से जानकारी प्राप्त होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आप लोग उत्तर प्रदेश की उपलब्धि बनें। प्रदेश की जनता आपको अपना बल और ताकत माने। आपके प्रति जनता के मन में सम्मान का भाव हो। अच्छे फील्ड अधिकारियों की आम जनता सराहना करती है। शासन के पास जनता से अच्छे और खराब अधिकारियों के सम्बन्ध में फीडबैक आते हैं। आपको अपनी दिशा तय करनी होगी कि आप किस क्षेत्र में आते हैं।
मुख्यमंत्री  जी ने कहा कि आप में से कई लोगों ने एम0टेक, बी0टेक, पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। कई लोग मेडिकल और मैनेजमेण्ट क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। कुछ लोग मानविकी क्षेत्र के भी हैं। आप लोग अलग-अलग पृष्ठभूमि से आए हैं और सबकी अपनी-अपनी उपयोगिता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह सभी अधिकारीगण उत्तर प्रदेश की जनता की भावनाओं के अनुरूप एक बेहतर और संवेदनशील प्रशासन देने में सफल होंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति शासन स्तर पर अपनी शिकायत भेजता है और शासन द्वारा उस व्यक्ति को आपके पास भेजा जाता है, तो आपका यह दायित्व बनता है कि आप उससे बात कर उसकी समस्या सुनें। ऐसा करने से शिकायतकर्ता की आधी समस्या स्वतः समाप्त हो जाती है। यदि उस समस्या का समाधान आपके स्तर से हो सम्भव हो, तो उसका समाधान अवश्य करें। इससे शिकायतकर्ता को संतुष्टि मिलेगी।
मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे अपने अधीनस्थ के स्तर पर किसी भी शिकायत के समाधान के लिए एक समय-सीमा निर्धारित करें। यह भी सुनिश्चित करें कि समस्या के समाधान के उपरान्त आपका अधीनस्थ शिकायकर्ता एवं आपको अवगत कराए। इस सम्बन्ध में अपने कार्यालय में एक रजिस्टर और प्रकोष्ठ बनाकर इसकी नियमित समीक्षा करें। इससे आमजन की संतुष्टि का स्तर बढ़ जाएगा। राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में कार्य किया जा रहा है।
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