जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर भाजपा प्रत्याशी पूनम मौर्या का निर्विरोध निर्वाचन तय होने के बाद यह दूसरा मौका होगा जब बनारस में अध्यक्ष निर्विरोध चुना जाएगा। इससे पहले 2011 में बसपा प्रत्याशी मधुकर मौर्य निर्वाचित हुए थे। तब प्रदेश में बसपा की सरकार थी। भाजपा से सुजीत सिंह नामांकन करने निकले थे, लेकिन वह नामांकन ही नहीं कर पाए थे। इस बार सपा प्रत्याशी का नामांकन पत्र आपत्ति के आधार पर खारिज कर दिया गया। सत्ता के इर्द-गिर्द कुर्सी घूमने का मिथक एक बार फिर सच साबित होता दिख रहा है।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने