औरैया // राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ब्लॉक भाग्यनगर में फर्जी संकुल स्तरीय संघ बनाकर 16.71 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा कर लिया गया ये पूरा खेल दो कर्मचारियों की मिलीभगत से किया गया है बैंक के शाखा प्रबंधक ने शक होने पर उपायुक्त एनआरएलएम को जानकारी दी तो इस घोटाले की पोल खुल गई जांच के बाद एक कर्मचारी को हटा दिया गया है, वहीं दूसरे को हटाने की प्रक्रिया चल रही है, महिलाओं को आजीविका से जोड़ने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह बनाए जाते हैं इसके बाद कई समूहों को मिलाकर ग्राम संगठन और कई ग्राम संगठनों बनाए जाते हैं। ग्राम संगठनों को मिलाकर प्रत्येक ब्लॉक में कुल चार संकुल स्तरीय संघ बनाने का प्रावधान है। लेकिन भाग्यनगर ब्लॉक में फर्जी तरीके से पांचवां संकुल स्तरीय संघ बना लिया गया, इस सीएलफ का नाम भी पूर्व से संचालित एक सीलएफ जागृति प्रेरणा संकुल स्तरीय संघ रखा गया। पूनम डेविड नाम की महिला को इसमें अध्यक्ष और प्रीता को सचिव बनाया गया है इसके बाद फफूंद स्थित यूनियन बैंक में इसका खाता भी खुलवाया गया, खाते के संचालन के लिए संध्या नाम की एक महिला को अधिकृत किया गया, इसके बाद फर्जी संकुल स्तरीय संघ ने लड़ैयापुर और देवरपुर आदि के स्वयं सहायता समूह और ग्राम संगठनों को गुमराह करके कुल 16.71 लाख रुपये स्थानांतरित करा लिए। इसमें 14.60 लाख रुपये की निकासी भी कर डाली इसमें ब्लॉक में तैनात ब्लॉक मिशन प्रबंधक संकल्प तिवारी और निखिल कुशवाह शामिल थे मामला संज्ञान में आने के बाद डीसी एनआरएलएम एसएन सिंह, बीडीओ आदित्य तिवारी की जांच में दोनों की संलिप्तता की पुष्टि हुई उनके द्वारा ही बैंक में फर्जी खाता खुलवाने की भी संस्तुति की गई थी इसके बाद बीएमएम संकल्प तिवारी को हटा दिया गया है, वहीं, निखिल कुशवाह पर कार्रवाई के लिए प्रक्रिया चल रही है।
ब्यूरो रिपोर्ट :- जितेन्द्र कुमार
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