बलरामपुर- अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान, संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में एम एल के पी जी कॉलेज बलरामपुर परिसर में चल रहे सात दिवसीय ग्रीष्मकालीन निशुल्क कार्यशाला के दूसरे दिन चित्रकला कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में प्रतिभागियों ने चित्रकला की बारीकियों को समझा।
कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए महाविद्यालय प्राचार्य प्रो0 जे पी पाण्डेय ने कहा कि चित्रकला कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य चित्रकला के प्रति रुचि जगाना, कलात्मक कौशल विकसित करना और रचनात्मकता को बढ़ावा देना है। यह छात्रों को विभिन्न तकनीकों से परिचित कराती है, जैसे कि रेखा, रंग, रूप, और अन्य कलात्मक उपकरणों का उपयोग करना।
छात्रों को कला के माध्यम से अपने विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने का एक माध्यम प्रदान करती हैं। चित्रकला कार्यशाला की प्रशिक्षक फातिमा इंटर कॉलेज की शिक्षिका महिमा सोनी ने प्रतिभागियों को चित्र बनाने से पूर्व और बाद की तैयारी व बारीकियों से परिचित कराया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों के मन में उठ रही जिज्ञासा को भी समझते हुए विभिन्न प्रकार के चित्रों को आरेखित करना सिखाया। कार्यशाला के संयोजक लेफ्टिनेंट डॉ देवेन्द्र कुमार चौहान ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कार्यशालाएँ केवल कलात्मक कौशल सीखने के बारे में नहीं हैं बल्कि वे रचनात्मकता को बढ़ावा देने, सामाजिक सामंजस्य को बढ़ाने और यहाँ तक कि आर्थिक विकास को गति देने के लिए महत्वपूर्ण मंच हैं।
इस अवसर पर डॉ एस के त्रिपाठी, डॉ अनुज सिंह, डॉ सुनील कुमार आदि मौजूद रहे।
हिन्दी संवाद न्यूज से
रिपोर्टर वी. संघर्ष
बलरामपुर।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know