राजकुमार गुप्ता 
मथुरा।वृंदावन, श्रीधाम वृंदावन को अंतरराष्ट्रीय शहर का दर्जा दिया गया है। जहां विश्व के कोने-कोने से भक्त अपने आराध्य भगवान कृष्ण की भक्ति के लिए यहां आते हैं लेकिन यहां की सफाई व्यवस्था को देखकर उनका मन विचलित हो जाता है। जहां एक तरफ श्रीधाम वृंदावन को सजाने संवारने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं वहीं सफाई व्यवस्था पूरी तरह राम भरोसे चल रही है। पूरे शहर में जगह-जगह कूड़े की ढेर देखने को मिल जाते हैं वही इन कूड़े के ढेर में आग लगा दी जाती है ताकि कूड़ा उठाने की जहमत ना उठानी पड़े।
वार्ड नंबर 69 कालीदह स्थित पीली कोठी के पास कूड़े का ढेर विगत कई दिनों से लगा हुआ है जिसमें शनिवार रात को आग लगा दी गई। एक तरफ एनजीटी के द्वारा कूड़े में आग न लगाने के आदेश दिए गए हैं इसके बावजूद भी नगर निगम के कर्मचारी हाथ पर हाथ रखे बैठे हैं। एक प्राइवेट कंपनी के सहारे पूरे वृंदावन की स्वच्छता व्यवस्था चल रही है। निगम बनने के बाद शहर वासियों से टैक्स भरपूर मात्रा में वसूलने के बावजूद भी स्वच्छता व्यवस्था शून्य है। मुख्यमंत्री आगमन की सूचना मिलते ही अधिकारी कम पर लग जाते हैं लेकिन शेष दिनों में उन्हें कम से कोई लेना-देना नहीं है।सुबह बांके बिहारी के दर्शन जाने वाले श्रद्धालुओं को नालियों से उफनते हुए पानी के बीच में से निकलकर जाना पड़ता है मुख्य रूप से दाऊजी मंदिर तिराहा, अठखंबा, बनखंडी महादेव आदि मार्ग पर नालियां उफनती देखी जा सकती हैं। लेकिन नगर निगम कर्मचारियों को इससे कुछ लेना-देना नहीं है।
बिहारी जी मंदिर के आसपास की गलियों का सौंदरीकरण के नाम पर नालियों को मोटे-मोटे पत्थरों से ढक दिया गया। नालियों पर ढके गए पत्थर इतने भारी है कि एक व्यक्ति अकेले उन्हें उठा भी नहीं सकता। बहुत सी जगह तो जब से पत्थर लगे हैं तब से सफाई भी नहीं हुई है। ऐसे में नगरवासी किससे गुहार लगाये। प्रशासन के सुस्त रवैया के चलते नगर वासी केवल अधिकारियों को कोसने के अलावा कुछ नहीं कर सकते।

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