छात्रों में प्रारम्भ से ही वैश्विक दृष्टिकोण का विकास करें

-- श्री सुबूर एच उस्मानी, आई.आर.एस., इनकम टैक्स कमिश्नर

लखनऊ, 21 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, स्टेशन रोड कैम्पस के तत्वावधान में ‘डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स’ का भव्य आयोजन आज सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि श्री सुबूर एच उस्मानी, आई.आर.एस., इनकम टैक्स कमिश्नर ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर  बोलते हुए श्री उस्मानी ने कहा कि छात्रों में प्रारम्भ से ही वैश्विक दृष्टिकोण का विकास करें, जिससे ये छात्र आगे चलकर विश्व समाज में अपनी रचनात्मक भागीदारी निभा सकें। उन्होंने कहा कि मानव सभ्यता आज बौद्धिक सुविधाओं से परिपूर्ण तकनीकी युग में प्रवेश कर चुकी है। अब यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम भावी पीढ़ी को आदर्श नागरिक  के रूप में ढ़ालकर नवीन विश्व व्यवस्था के लिए तैयार करें। इस अवसर पर श्री उस्मानी ने विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं, साँस्कृतिक कार्यक्रमों, खेलकूद प्रतियोगिताओं एवं वार्षिक परीक्षा में सर्वोच्चता अर्जित करने वाले मेधावी छात्रों को पुरष्कृत कर सम्मानित किया।

इस अवसर पर सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका डा. भारती गाँधी ने अपने संबोधन में डा. गाँधी ने कहा कि हमारी संस्कृति ‘उदारचरितानाम, वसुधैव कुटुम्बकम’ की है और इन्हीं विचारों के अनुरूप हमें अपने बच्चों को विकास करना चाहिए। उन्होंने शिक्षकों व अभिभावकों से अपील की कि बच्चों के कोमल हृदयों में दया, करुणा, भाईचारा, सहिष्णुता, प्रेम, एकता, अहिंसा और शान्ति के विचार डालें। सी.एम.एस. स्टेशन रोड कैम्पस की प्रधानाचार्या श्रीमती दीपाली गौतम ने समारोह में पधारकर बच्चों की हौसलाअफजाई करने के लिए अभिभावकों को हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।

सी.एम.एस. गोमती नगर द्वितीय कैम्पस द्वारा भी ‘डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स’ का आयोजन आज विद्यालय के आॅडिटोरियम में किया गया। बड़े ही उल्लासमय वातावरण में सम्पन्न हुए इस भव्य समारोह में छात्रों ने ईश्वर भक्ति से परिपूर्ण गीत-संगीत के माध्यम से एकता, शान्ति व सौहार्द का ऐसा आलोक बिखेरा कि अभिभावक मंत्रमुग्ध हो गये। छात्रों ने अभिभावकों के समक्ष न सिर्फ अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया अपितु विद्यालय द्वारा प्रदान की जा रही ब्राडर एवं बोल्डर शिक्षा पद्धति से अभिभावकों को अवगत कराया। इस अवसर पर सी.एम.एस. गोमती नगर द्वितीय कैम्पस की वरिष्ठ प्रधानाचार्या सुश्री मंजीत बत्रा ने कहा कि यदि स्कूल में आध्यात्मिकता, नैतिकता एवं चारित्रिक उत्कृष्टता का वातावरण होगा तो बालकों में भी यही गुण विकसित होंगे और ऐसे ही बालक आगे चलकर सामाजिक व्यवस्था में रचनात्मक बदलाव का कारण बनेंगे। प्रधानाचार्या श्रीमती संगीता बनर्जी ने विद्यालय के शिक्षकों व अभिभावकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।



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