उतरौला बलरामपुर 
 मदरसा जामिया अली हसन अहले सुन्नत उतरौला के बरदही बाजार में 20 फरवरी को सालाना जलसे व अताए-रसूल कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया।
 जिसमें 6 बच्चों ने मुफ्ति,11 बच्चों ने आलिम,13 बच्चों ने फज़ीलत,15 बच्चों ने दर्जा ए कीरत /कारी और 24 बच्चों ने हिफ्ज़,व हाफिजे कुरान का कोर्स पूरा किया।
जलसे में मौलाना हाशिम कानपुरी, मौलाना सैय्यद मोहम्मद खलीक अशरफ उर्फ गुड्डू भईया व दीगर उलेमाओं ने मुफ्ति, कारी,आलिम,फज़ीलत और हाफ़िज़ को दस्तार बंदी की। साथ ही साथ सभी को जुब्बा,सदरी व सनद देकर सम्मानित किया। इससे पूर्व में शब ए मेराज़ की एक बैठक के दौरान मुंह ज़बानी एक मुकम्मल कुरान सुनाने वाले 6 बच्चे को मदरसा प्रबंधक अबुल हसन खान की तरफ से 5100 रुपये का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इनके अलावा मदरसे के टाप थ्री छात्रों को भी सम्मानित किया गया। मदरसा प्रिंसिपल मुफ्ती महबूब आलम ने कहा किअरबी-उर्दू के साथ दुनियाबी तालीम भी बेहद ज़रूरी है। मदरसा जामिया अली हसन अहले सुन्नत में पिछले 16 वषों से दीनी तालीम के साथ दुनियाबी तालीम दी जा रही है। सन 2007 में इस मदरसे की स्थापना की गई थी। तब से सैकड़ों बच्चे यहां से मुफ्ती, आलिम,कारी,फजीलत व हिफ्ज़ की सनद प्राप्त कर चुके हैं। प्रदेश के अलाव कई अन्य राज्यों के बच्चे इस मदरसे में तालीम हासिल की हैं। मदरसा सरपरस्त मौलाना मोहम्मद हाशिम अशरफी ने कहा कि मदरसे के संचालक व प्रबंधक अबुल हसन खान, सेक्रेटरी अख्तर हुसैन खान, इकबाल हुसैन खान, मोहम्मद इमरान खान की मेहनत पर रंग लाई है। इन्होंने दीन के काम को आगे बढ़ाया है। मदरसे में बच्चों को उर्दू,अरबी की शिक्षा के साथ हिन्दी अंग्रेजी,गणित, साइंस और कंप्यूटर की शिक्षा भी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आज दस्तार बंदी में मुफ्ती, आलिम,फज़ीलत,कारी व हिफ्ज का डिग्री दिया गया है।अब ये बच्चे भी किसी मौलवी से कम नहीं है,अब ये इस्लाम धर्म की जानकारी देने का हक रखते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एक दीनी तालीम याफ्ता पूरे खानदान को संवार सकता है। सालाना जलसे की निज़ामत मौलाना एजाज रज़ा हशमती ने किया।
सलातो सलाम के बाद मुल्क की तरक्की  खुशहाली व अमनो अमान की दुआ के बाद जलसा ए दस्तार बंदी का समापन किया गया। इस मौके पर मदरसा उपप्रबंधक अशफाक अहमद उर्फ बेचन, मदरसा के एजुकेशन डायरेक्टर मौलाना अकरम रज़ा अलीमी, मुस्ताक प्रधान, हाजी मुस्तकीम,अब्दुरर्हमान, अकबर अली, मोहम्मद फिरोज़,अशफाक अंसारी,मौलाना अख्तर रज़ा,मौलाना रेहान रज़ा सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहेे।
असगर अली
उतरौला 

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