स्पर्धा में प्रथम विजेता बने डी. कुमार 'अजस्र' और संजय वर्मा 'दृष्टि'
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इंदौर (मप्र)। हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा सतत स्पर्धाओं की श्रंखला में 'स्नेह के धागे' विषय पर आयोजित 72वीं स्पर्धा का परिणाम जारी किया गया है। उत्कृष्ट रचना लिखकर इसमें पद्य में प्रथम विजेता डी. कुमार 'अजस्र' एवं गद्य में संजय वर्मा 'दृष्टि' बने हैं।
       मंच-परिवार की सह-सम्पादक श्रीमती अर्चना जैन और संस्थापक-सम्पादक अजय जैन ‘विकल्प’ ने बताया कि, विषय पर प्राप्त प्रविष्टियों में से श्रेष्ठता अनुरुप निर्णायक मंडल ने पद्य में पहले क्रम पर 'राखी चंदा पहुंच गई' रचना के लिए डी. कुमार 'अजस्र' (दुर्गेश मेघवाल, राजस्थान) को पहला विजेता घोषित किया है। इसी वर्ग में 'भेज रही हूँ राखी' पर बबीता प्रजापति 'वाणी' (उप्र) ने दूसरा एवं तीसरा स्थान 'धागा प्रेम का' पर हेमराज ठाकुर (हिमाचल प्रदेश) ने प्राप्त किया है।
  मंच की संयोजक प्रो.डॉ. सोनाली सिंह, मार्गदर्शक डॉ.एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’, सरंक्षक डॉ.अशोक जी (बिहार), परामर्शदाता डॉ. पुनीत द्विवेदी (मप्र), विशिष्ट सहयोगी एच.एस. चाहिल व प्रचार प्रमुख श्रीमती ममता तिवारी ‘ममता' (छग) ने सभी विजेताओं-सहभागियों को हार्दिक बधाई दी है। 
   श्रीमती जैन ने बताया कि, हिंदी साहित्य अकादमी (मप्र) से अभा नारद मुनि पुरस्कार-सम्मान व 1 राष्ट्रीय कीर्तिमान प्राप्त 1.52 करोड़ दर्शकों-पाठकों के अपार स्नेह और 8 सम्मान पाने वाले इस मंच द्वारा आयोजित उक्त स्पर्धा में गद्य वर्ग में प्रथम स्थान पर संजय वर्मा दृष्टि' की 'स्नेह की राह देखता' और द्वितीय गोवर्धन दास बिन्नानी 'राजा बाबू' (राजस्थान) की 'सामाजिक संबंधों को मजबूती देता पर्व' रचना विजेता है। 

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